पूर्णिया/बालमुकुन्द यादव
-महान स्वतंत्रता सेनानी आदिवासी समुदाय के भगवान माने जाने वाले बिरसा मुंडा का जन्मदिवस समारोह मंगलवार को अंबेडकर सेवा सदन पूर्णिया में जिन्नत लाल राम के अध्यक्षता में मनाया गया ।इस अवसर पर पूर्णिया के गणमान्य लोगों ने बिरसा मुंडा जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया। इस अवसर पर उपस्थित बहुजन क्रांति मोर्चा के प्रमंडलीय प्रभारी सह राजद के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर आलोक कुमार ने बिरसा मुंडा के जन्मदिवस पर उनके क्रांतिकारी जीवन पर प्रकाश डाला। प्रोफेसर आलोक ने कहा कि आज का दिन देश में जनजातीय ‘गौरव दिवस’ के रुप में मनाया जाता है
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में बिरसा मुंडा एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बन गये। ब्रिटिश शासन के द्वारा इन्हें सामंतो एवं ब्रिटिशों से विद्रोह के कारण जेल में बंद कर दिया गया । औपनिवेशिक और स्थानीय अधिकारियों द्वारा अनुचित भूमि हथियाने की प्रथा को मुंडा समुदाय के लोगों का नेतृत्व करते हुए अपने युवा काल में ही जेल में अंतिम सांस लिया। अंग्रेजों ने जहर देकर इन्हें 25 वर्ष की आयु में ही मौत के कगार पर पहुंचा दिया
इस अवसर पर उपस्थित इंजीनियर सुरेश शर्मा ने कहा कि 19वीं शताब्दी के अंत में बंगाल प्रेसीडेंसी में पैदा हुए एक आदिवासी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक अध्याय जोड़ा। इस अवसर पर उपस्थित बुद्धिस्ट इंटरनेशनल के अध्यक्ष शंभू दास, किसान नेता शत्रुघ्न यादव, प्रदीप पासवान, निप्पू पासवान, जदयू नेता मनोज पासवान , रंजीत पासवान महिला नेत्री श्वेता कुमारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।