पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़
पूर्णिया पूर्व प्रखंड क्षेत्र के हरदा पंचायत में गुरुवार को वरीय पदाधिकारी द्वारा विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, अस्पताल सहित विभिन्न योजनाओं का जांच किया जा रहा था। लेकिन आलम यह था कि पंचायत सचिव भोला साह अनुपस्थित थे।उनके जगह उनके पुत्र सभी योजनाओं से पदाधिकारी को अवगत करवाते दिखे। जब पदाधिकारी ने उनसे पूछा तो वह पंचायत सचिव पुत्र अपने आपको पंचायत सचिव भोला साह बता कर जांच के सभी कार्यों में हिस्सा लिया। वही अधिकारी ने भी उसे सचिव ही समझ कर सारा कार्य का लेखा-जोखा लेती रही। साथ हीं वह पदाधिकारी के गाड़ी पर बैठकर जगह जगह उन्हें भ्रमण कराकर योजना संबंधित जानकारी भी दी। अब देखना यह है कि विभाग इस मामले में कितनी कार्रवाई कर पाती है। ऐसे में पंचायत सचिव के द्वारा प्रशासनिक पदाधिकारियों के आंखों में धूल झोंकने का काम किया जा रहा है
जो कानून की नजर में एक बड़ा अपराध है। हालांकि जब जांच में आए पदाधिकारी से उनका नाम व पद जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने भी उसी फर्जी पंचायत सचिव पर सारा जिम्मा ठोक दिया और कहा सारा जानकारी इसी के माध्यम से आप लोगों को मिल जाएगी। जांच में आये पदाधिकारी सर्वप्रथम हरदा बाजार स्थित विद्यालय में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी में पढ़ रहे बच्चे से पूछताछ किया।जिसके बाद वह कस्तूरबा विद्यालय सहित हरदा बाजार स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का जायजा लिया
बताते चलें कि पूर्णिया पूर्व में यह नया मामला नहीं है इससे पूर्व भी कई ऐसे लोग हैं जो पहले भी अपने आपको कर्मी बताकर अंचल कार्यालय से लेकर प्रखंड कार्यालय तक में कार्य कर चुके हैं।मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित आनंद ने बताया अदिति कुमारी,सहायक निदेशक समाजिक सुरक्षा सह नोडल पदाधिकारी के द्वारा साप्ताहिक जांच के तहद पंचायत के विभिन्न योजनाओं का निरिक्षण करने पहुँची थी।उसे ये मालूम नही होगा कि वे पंचायत सचिव के पुत्र है या पंचायत सचिव।