पूर्णिया/विकास कुमार झा
बिहार सरकार के विकास योजना पर सरकार के जिम्मेदार अधिकारी व ठेकेदार ही ग्रहण लगा रहे हैं। भवानीपुर प्रखंड क्षेत्र के खरकट्टा कारी कोसी नदी पर बना लाखों की लागत से आरसीसी पुल अब शौभा की वस्तु बन कर रह गई है। क्यूंकि पुल तो बन लेकिन एप्रोच पथ को बनाना को भूल गईं एजेंसी काम करने वाले ठेकेदार ललित सिंह पुल निर्माण के समय से ही पुल बनाने के लिए जारी पैसों पर अपने गिद्ध वाली दृष्टि जमाकर बैठे हुए थे।
जैसे तैसे तो पुल का निर्माण कर दिया गया पुल निर्माण कार्य पर भी स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों के द्वारा कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा किया गया था। लेकिन ठेकेदार ललित सिंह ग्रामीणों पर केस करने की धमकी देकर अपना उल्लू सीधा करते रहे।जब एप्रोच पथ बनाने की बारी आई तो ठेकेदार ललित सिंह जैसे तैसे कार्य कर निकलना चाहते थे, ग्रामीणों ने उनका मंसूबों को भांप लिया ,जिसके बाद ग्रामीणों के द्वारा विरोध किए जाने लगा, फिर ललित सिंह के द्वारा अकबरपुर ओपी में लिखित आवेदन देकर ग्रामीणों पर रंगदारी मांगने का आरोप लगाया गया था,जो जांच में ग़लत साबित हुआ। उसके बाद आपने सारा सामान लेकर ललित सिंह एप्रोच पथ का निर्माण अधूरा छोड़कर फरार हो गए।
आब एप्रोच पथ का जो ढांचा तैयार किया गया था,वह अब कटने लगा है, जिसके कारण अब जानलेवा साबित हो रहा है।इस गंभीर मामले पर ना जिम्मेदार अधिकारी का ध्यान हैं ना ही क्षेत्र के जनप्रतिनिधि का। खरकट्टा गांव के ग्रामीणों का सपना सपना ही रह गया, आपको बताते चलें रुपौली प्रखंड क्षेत्र एवं भवानीपुर प्रखंड क्षेत्र के पश्चिमी इलाकों में मक्के की फसल वृहद स्तर पर की जाती है, लेकिन किसान उस समय मायूस हो जातें हैं ,जब उचित संसाधन के अभाव में किसानों को अपने फ़सल औने-पौने दाम में बेचना पड़ता है। अगर खरकट्टा पुल चालू हो जाती और बड़ी बड़ी ट्रेकों का आवागमन शुरू हो गया रहता तो किसानों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होती यह पुल।
कहते हैं जिम्मेदार अधिकारी विभाग से पेमेंट ठेकेदार कि रोक दिया गया है, वहां से टेंडर में पचास मीटर एप्रोच पथ का निर्माण की बात है, जबकि पुल की जो उंचाई है, वह सौ मीटर है। इसलिए नया इस्टीमेट तैयार कर विभाग को भेजा गया है। तत्काल जो एप्रोच पथ कट रही है उसे ठीक करवा देंगे अर्जून सिंह कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल पूर्णिया।