डेस्क : पोहा, समोसा, चाट जैसी अन्य खाद्य सामग्री को अब अखबार पर नहीं परोस सकेंगे। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने अखबार के कागज पर खाद्य सामग्री देने पर रोक लगा दी है। बीते सोमवार को इसका आदेश भी जारी कर दिया गया है। दुकानदारों को जागरुक करने के लिए एक हफ्ते तक जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा. इस अभियान के अंतर्गत दुकानदारों से इसके शपथ पत्र भी लिए जाएंगे। कलेक्टर अविनाश लवानिया के निर्देश पर ईट राइट चैलेंज 2 के तहत इसकी शुरूआत की गई है।
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेंद्र दुबे का कहना है कि इस अभियान से आम लोगों की ही सेहत को फायदा मिलेगा। वहीं स्ट्रीट वेंडर्स की तरफ से किये जा रहे अखबारी कागज पर भी रोक लगेगी। इस कैम्पेन के तहत ही सरकारी निजी हॉस्टल मेस का निरीक्षण कर भोजन से जुड़ी शिकायतें दूर करने के लिए भी व्यवस्था बनाई जाएगी।
गौरतलब है कि भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण खाद्य पदार्थो के रख रखाव के लिए अखबार के लिफाफा के इस्तेमाल पर भी रोक लगा चुका है। अखबार की इंक को सेहत के लिए नुकसानदायक बताते हुए यह फैसला किया गया है। इसके अंतर्गत अखबार में खानपान की चीजों को परोसने या लपेटने या फिर पैक करके बेचने पर भी जेल हो सकती है, इसके साथ साथ भारी जुर्माना भी लगाया जाएगा। अखबार की इंक में रसायन और मिनरल आयल समेत कई तरह के हानिकारक तत्व शामिल होते हैं। ये इंसान की सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित होते हैं। दूषित कागज के उपयोग से फैल रहाजैविक संक्रमण इसकी वजह से ज्यादातर बच्चे व बुजुर्ग पाचन रोग की समस्या से ग्रसित हो रहे हैं।