पूर्णिया/विकास कुमार झा
प्रमंडलीय आयुक्त गोरखनाथ के कार्यालय से एक चिठ्ठी निकाली गई है, जिसमें अंतर जिला पदाधिकारी का गठन किया गया है, पूर्णिया जिले के लिए जिला कृषि पदाधिकारी अररिया के नेतृत्व में अनुमंडल कृषि पदाधिकारी अररिया, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी फारबिसगंज, सहायक निदेशक रसायन अररिया के द्वारा पूर्णिया जिले अंतर्गत छापेमारी की जाएगी।वही जिला कृषि पदाधिकारी पूर्णिया, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी पूर्णिया, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी बनमनखी, सहायक निदेशक रसायन पूर्णिया के द्वारा सम्पूर्ण कटिहार जिले में उर्वरक कालाबाजारी को लेकर छापेमारी की जाएगी
,वही जिला कृषि पदाधिकारी किशनगंज, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी किशनगंज, सहायक निदेशक रसायन किशनगंज, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण किशनगंज, के द्वारा अररिया जिले में तो वहीं जिला कृषि पदाधिकारी कटिहार, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी कटिहार, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी बारसोई, सहायक निदेशक रसायन कटिहार के द्वारा किशनगंज जिले में उर्वरक माफियाओं के विरुद्ध छापेमारी की जाएगी। प्रमंडलीय आयुक्त के सचिव चन्द्र शेखर शर्मा ने पत्र में लिखा है निरीक्षण दल द्वारा कुल 9 बिंदु पर जांच कि जाएगी। वही पत्र में लिखा गया है जांच दल द्वारा संबंधित जिला में रात्रि गश्ती करते हुए उर्वरक लदे वाहनों की जांच सप्ताह में दो दिन करना अनिवार्य है,वही उन्होंने लिखा है
अगर किसी भी दुकान में अनियमितता पाये जाने की स्थिति में संबंधित जिला उर्वरक निरीक्षक उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 में निहित प्रावधान के आलोक में नियमानुसार आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा-7 के अधीन उसी दिन प्राथमिकी दर्ज कर विधि सम्मत कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। आपको बताते चले किसानों को अपने फ़सल बुआई के समय यूरिया सहित अन्य रसायन खाद्यो की आवश्यकता पड़ती है, जिसको लेकर पहले से ही उर्वरक माफिया तैयारियां में लगा रहता है।
रुपौली प्रखंड क्षेत्र के पश्चिमी क्षेत्र में तो लाइसेंसी उर्वरक विक्रेता जब किसान को यूरिया की आवश्यकता होती है तो हाथ खड़े कर देते हैं, लेकिन फिर खेला शुरू हो जाता है उर्वरक माफिया का जो भागलपुर जिले के नोवगछिया के रेक पोइंट से उठाकर सप्लाई करतें हैं।अब देखने वाली बात यह होती है इस टीम के द्वारा कार्रवाई की जाती है या फिर यह टीम भी कागजों में जांच कर खानापूर्ति कर वापिस हो जाती है।