पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज़
पुलिस अधीक्षक के अधीन चल रहे पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में इस शुक्रवार को भी कई मामले आये। बायसी थाना के मलहरिया बस्ती की एक महिला को पति की मृत्यु के बाद मिले आपदा का 4 लाख मिलने के बाद बबाल हो गया। पत्नी का आरोप था कि शादी के 1 महीना भी नहीं बीता था कि उसके पति की नदी में डूब कर मृत्यु हो गई। पति के गुजर जाने के बाद आपदा प्रबंधन का 4 लाख हड़पने के लिए उसके ससुराल वाले उसपर जुल्म ढाह रहे है। जिस वजह से वह अपने मायके में रह रही है। वही केंद्र में उपस्थिति सास ससुर ने आरोप का खंडन किया और कहा कि मुझे पैसे का कोई लोभ नही है। बस वे लोग चाहते है कि पैसा उसके पोता के नाम फिक्स कर दिया जाय ताकि उसका भविष्य सुधर सकें
क्योंकि यह तो कही शादी कर लेगी मगर मेरे पोते का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। साथ ही सास ससुर का यह भी कहना था कि उसका बहु उसके पोते से मिलने भी नही देती है। वही अब उनका वंशज है।वही बादनी का कहना था कि मैं बेटे के नाम से दो लाख रुपैया का खाता खुलवा दूंगी पर पति के ना रहने पर मार खाने के लिए ससुराल नहीं जाऊंगी। वही केंद्र ने दादा दादी को पोते से मिलने में रुकावट न पैदा करने की सलाह दी
कस्बा थाना के खोरबारी के शान मोहम्मद आरोप लगाया कि उसकी बेटी के साथ ससुराल वाले जुर्म अत्याचार कर रहे हैं जबकि उलटा मेरी बेटी की शादी शेर मोहम्मद के घर में उसके बेटे के साथ हुई है मोहम्मद आलम कहा यह गलत कहता है मेरी बेटी के साथ भी अत्याचार किया जा रहा है दोनों पक्षों को काफी समझाया गया उस गांव के सरपंच पति भी केंद्र में उपस्थित होकर बताएं उन लोगों ने भी दोनों को मिला दिया है। उसी आधार पर केंद्र में भी समझौता पत्र बन गया दोनों समधी गले गले मिले और केंद्र से खुशी-खुशी अपने घर के लिए रवाना हो गए। आज इस केंद्र में 28 मामलों की सुनवाई हुई जिसमें से 10 मामले निष्पादित किया गया।मामला को सुलझाने में केंद्र के सदस्य दिलीप कुमार दीपक, स्वाति वैश्ययंत्री रविंदर का प्रमोद जायसवाल एवं कार्यालय सहायक नारायण गुप्ता ने अहम भूमिका निभाई।