गया. बिहार के गया स्थित विष्णुपद देवघाट में आश्विन शरद पूर्णिमा के अवसर पर फल्गु सेवा समिति के अध्यक्ष मून्ना लाल धोकड़ी की अध्यक्षता में देवघाट विष्णुपद में कई कार्यक्रम संम्पन हुए. इस दौरान फल्गु महाआरती का भी आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए.
आश्विन मास को प्राप्त है विशेष स्थान, आकाश से होती है अमृत वर्षा फल्गु सेवा समिति के अध्यक्ष मुन्ना लाल धोकड़ी ने बताया कि आश्विन शरद पूर्णिमा के अवसर पर फल्गु महाआरती का आयोजन किया गया है. वहीं अन्य धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित हुए हैं. कहा कि हिन्दू धर्म में धार्मिक दृष्टिकोण से आश्विन मास को विशेष स्थान प्राप्त है. पूरा आश्विन मास पितरों व देवताओं को समर्पित होता है. आज के दिन ही आकाश से अमृत वर्षा होती है.आज के दिन पानी पीकर पूरे साल सिर्फ रहती है पपीहा नामक पक्षी आज के दिन ही आकाश से प्राप्त जल को पी पूरे साल तक संतुष्ट होता है. फल्गु नदी में स्नान पूजन, भजन, कीर्तन, आरती करने से कोटि गौदान करने का फल प्राप्त होता है. भगवान श्री कृष्ण श्री राधारानी के साथ झूले पर विराज प्रकृति का आनंद लेते हैं संपूर्ण भारत के कल्याण के उद्देश्य होता है महाआरती का आयोजन बताया कि सम्पूर्ण भारतवर्ष का कल्याण हो इसी उद्देश्य से यह महाआरती निरंतर की जा रही है. रविवार को यह फल्गु महाआरती पांच गयापाल निपुण ब्राह्मण सागर अग्निवार, मंगल गुर्दा, रंगनाथ विठ्ठल, संदीप धोकड़ी, मानस के द्वारा सम्पन किया गया.