भारत में मुगल साम्राज्य का इतिहास इतना रोचक रहा है जिसे पढ़ने में उसका एक अलग ही मजा है। यकीनन आपने भी कई मुगल बादशाहों के बारे में पढ़ा होगा और कई बादशाहों की प्रेम कहानियां भी सुनी होंगी, लेकिन हम आपको आज मुगल साम्राज्य की कुछ ऐसी बेगमों या फिर यूं कहें कि रानियों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जो गैर मुस्लिम थीं।
हालांकि, मुगलों की बेगमों को लेकर विवाद तो चलता रहता है। हिंदू और राजपूत रानियों के बारे में पढ़ना बहुत ही इंटरेस्टिंग विषय है। कई किताब भी इसपर लिखी जा चुकी हैं, लेकिन इतिहासकार कभी मुगल शासकों की हिन्दू रानियों को लेकर एकमत नहीं हुए हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी बेगमों के बारे में बताने जा रहे हैं, इतिहास के पन्नों में जिनके नाम दर्ज हो गए हैं।
मानबाई-
मानबाई- मुगल इतिहास की सबसे बहादुर महिलाओं में मानबाई का नाम लिया जाता है, क्योंकि इन्होंने एक मुस्लिम मुगल बादशाह से शादी की थी। बता दें कि आमेर के राजा भगवंत दास की पौत्री और राजा बिहारीमल की पुत्री थीं मानबाई। जिनका बेहद कम उम्र में जहांगीर से निकाह करवा दिया गया था। इनका नाम निकाह के बाद बदलकर शाह बेगम रख दिया गया था। यह इतनी बहादुर थीं कि इन्हें ‘द रॉयल लेडी’ के नाम से भी जाना जाता था।
हीरा कुमारी-
हीरा कुमारी- यकीन आपने जोधा और अकबर की प्रेम कहानी के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आपको जोधा बेगम का असली नाम पता है? अगर नहीं है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हीरा कुमारी, जोधा बेगम का असली नाम था। हालांकि, उन्हें हरका बाई, हीर कुंवर आदि नामों से भी जाना जाता था।
सन 1542 में इनका जन्म हुआ था, जो एक हिन्दू राजवंशी राजकुमारी थीं। उनके पिता आमेर रियासत के राजा भारमल थे। हालांकि, किसी कारणवश जोधा और अकबर के निकाह को लेकर कहा जाता है कि उनका निकाह एक राजनीतिक समझौता था
जगत गोसाई-
जगत गोसाई- इतिहास के मुताबिक़ बादशाह जहांगीर की एक और हिंदू बीवी थीं, जिनका नाम जगत गोसाई था। वह जोधपुर की मारवाड़ रियासत की राजकुमारी थीं और उनके पिता का नाम राजा उदयसिंह एवम् माता का नाम महारानी मानववती था। अपको बता दें कि राजकुमारी का पूरा नाम श्री मानवती बाईजी लाल साहिबा था। जिन्होंने मुगल बादशाह जहांगीर से शादी की थी। शादी के बाद रानी को बिलकिस मकानी के नाम से जाना जाता था।