ऑफ्टर स्कूल प्रोग्राम के तहत खाड़ी में खुला नि:शुल्क शिक्षा केंद्र

पूर्णियाँ/सिटिहलचल न्यूज़

बैसा: ऑफ्टर स्कूल प्रोग्राम के तहत उत्क्रमित उच्च विधालय खाड़ी महीनगांव के प्रांगण में पांचवीं नि:शुल्क शिक्षा केंद्र खुला। जिसका विधिवत उदघाटन पुर्व मंत्री अब्दुल जलील मस्तान, जामिया इस्लामिया के पुर्व चांसलर रहमत अली, पुर्व मुखिया हिफजुर्रहमान, मौलाना नौमान सादिक, एवं सेवानिवृत्त शिक्षक व केन्द्र के संरक्षक हाफिज अनवर के द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। इस दौरान पुर्व मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने ऑफ्टर स्कूल प्रोग्राम के संचालक हाफिज अनवर के कार्यों की जमकर सराहना किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हाफिज अनवर अपने निजी खर्च से इस तरह का केन्द्र खोलकर क्षेत्र के छात्र – छात्राओं को गुणवत्ता पुर्ण शिक्षा नि : शुल्क दे रहे हैं

इस तरह के कार्य के लिए हाफिज अनवर साहेब की जितनी तारीफ की जाए। उतनी कम है। वहीं केन्द्र के संरक्षक सह सेवानिवृत्त शिक्षक हाफिज अनवर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारे इलाके का छात्र – छात्राएं गणित एवं विज्ञान विषय में काफी कमजोर है। इसी को देखते हुए हमने निर्णय लिया कि इलाके में नि: शुल्क शिक्षा केंद्र खोला जाए। जिसमें सिर्फ छात्र – छात्राओं को गणित एवं विज्ञान में विषय पढ़ाया जाए। इसलिए इस  केंद्र में पढ़ने वाले सभी छात्र – छात्राओं को सिर्फ गणित एवं विज्ञान विषय पढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस आधुनिक युग में गणित एवं विज्ञान विषय के बिना छात्र – छात्राओं की जिंदगी अधुरी है। जब तक अंदर छात्र – छात्राओं के अंदर गणित एवं विज्ञान विषय की जानकारी नहीं होगी । तब तक एक उंचा मुकाम को हासिल नहीं कर सकता है। वहीं उन्होंने गणित विषय के महत्व को बताते हुए कहा का गणित मनुष्यों में सामाजिक मूल्यों का निर्माण करती है 

गणित हमारी सभ्यता एवं संस्कृति का दर्पण है। गणित राष्ट्रीयता एवं अंतर्राष्ट्रीयता का पाठ पढ़ाने एवं भावना को विकसित करने में सहयोग करती है। गणित नैतिक मूल्यों सच्चाई, ईमानदारी, नेतृत्व, शुद्धता, धर्म, आत्मविश्वास इत्यादि को विकसित करती है। गणित व्यक्ति की मानसिक शक्तियों का विकास करती है। गणित व्यक्ति को अनुशासन में रहना सिखाती है। गणित व्यक्ति के दैनिक व व्यवहारिक जीवन के लिए उपयोगी है। वहीं उन्होंने विज्ञान विषय के महत्व पर बोलते हुए कहा आज विज्ञान ने देश का ही नहीं बल्कि विदेशों के भी पूर्ण रूप से स्वरूप ही बदल दिया है। विज्ञान की वजह से ही आज हमारा देश मंगल, चंद्रमा ग्रह पर भी पहुंच चुका है। लोगों ने कभी सोचा भी नहीं था कि इस तरह हमारा देश ग्रहों पर भी पहुंच जाएगा। लेकिन विज्ञान की वजह से ही ऐसा संभव हो पाया है।

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *