अमौर। शम्भु कुमार राय
जिले के अमौर बैसा बायसी प्रखंड के दर्जनों गांव में महानंदा और कनकई नदी के भीषण कटाव के कारण हजारों एकड़ उपजाऊ जमीन इन नदियों की मुख्य धारा में विलीन होते जा रहा है।क्षेत्र के सांसदों और विधायकों ने जलसंसाधन विभाग के मंत्री को पत्र लिखकर महानंदा और कनकई नदी के तेज धारा के कारण हुए कटाव को रोकने के लिए कटाव निरोधक कार्य कराने का मांग किया कि हमारे लोकसभा व विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पूर्णिया जिला के अमौर प्रखंड के खाड़ी महीनगाव और हफनिया के कई गांव समेत डमराहा अभयपुर, सिल्ला, सिरसी, मल्हना, दुलालगंज, तेलंगा, खाड़ी, चनकी, ताराबारी की हजारों एकड़ उपजाऊ जमीन की स्थिति महानंदा और कनकई नदी के भीषण कटाव के कारण भयावह है।
दास नदी सहित कई छोटी-छोटी धाराएं इस क्षेत्र में बहने वाली महानंदा और कनकई नदी के मिलान के प्रभाव के कारण इस क्षेत्रों मे कटाव जारी है।वर्षों से आस किए जा रहे किसानों के कोई सुनने को तैयार नहीं। इन नदियों के मुख्य धारा में विलीन हो रही है साथ ही बाढ़ से उपजाऊ भूमि पर बालू भर गया है। जिसके कारण उस भूमि पर खेती बाड़ी कर संभव नहीं है। क्षेत्र की किसानों ने सरकार से गांवो समेत उपजाऊ भूमि नदी के भीषण कटाव की रोकथाम की गुहार लगा रहे हैं।