अजय प्रसाद/जोगबनी
अररिया: प्रशासनिक उदासितना के दीपावली छट पूजा के मौके पर भारत नेपाल सीमावर्ती शहर जोगबनी से भारत सरकार को लाखो का अर्थ व्यवस्था को चुना लगा कर प्रतिदिन लाखो मूल्य का कपड़ा की तस्करी की जा रही है। प्रशासन के मिलीभगत से कपड़े का विभिन्न आइटम को वार्ड संख्या 03,04,09 हाजी मोहल्ला इत्यादि जगह के गुप्त स्थानों पर भंडारण कर रात के अंधेरे में नेपाल भेजा जा रहा है। जिसमे प्रतिदिन भारत और नेपाल के राजस्व का भी काफी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जोगबनी रेलवे मार्ग, इंद्रानगर के युवापथ सड़क आदि मार्गो से बाइक और टेंपू से खुलेआम कपड़ा का बंडल ले जाया जा रहा है
हैरत और चोकाने वाली बात तो ये है की जिस समय ये तस्करी का खेल किया जाता है उस वक्त किसी भी मार्ग एवं खुपिया भंडारण ठिकानों पर कोई भी प्रशासन की मोजुदगी नही रहती है। इन खुलेआम तस्करी का नतीजा ये है की जोगबनी सीमा से जैसे ही नेपाल प्रभाग में प्रवेश करते ही तस्कर तथा कपड़ो का बंडल नेपाल पुलिस द्वारा जप्त कर लिया जाता है। जिसकी खुलासा शनिवार को अहले सुबह जोगबनी सीमा से सटे नेपाल रानी पुलिस ने केतारी के खेत से जा रहे दो तस्कर क्रमश 22 वर्षीय दिनेश ऋषिदेव एवं 35 वर्षीय खेदन यादव को गिरफ्तार करने के साथ लगभग पांच लाख का कपड़ा बरामद किया है
इस आशय की जानकारी मोरंग जिला नेपाल पुलिस के डीएसपी टिका बहादुर कार्की ने बताया की शनिवार की सुबह 04 बजे गिरफ्तार दो तस्कर साड़ी, सलवार सूट, चादर, टॉप्ट्स, जींस, इत्यादि कपड़ा का बंडल जोगबनी सीमा से ले कर नेपाल आ रहा था की रानी बीओपी पुलिस ने करवाई करते हुए तस्कर को गिरफ्तार करने के साथ अनुमानित पांच लाख का कपड़ा को जप्त किया है। जिसकी सूची बना कर आगे की करवाई की जा रही है। ज्ञात हो की जोगबनी सीमा से तस्करी कर नेपाल ले जाने के क्रम में कई बार सीमा पर ही नेपाल पुलिस बरामद करती है जिसमे जोगबनी के स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत को नकारा नहीं जा सकता है।