मनीष कुमार / कटिहार।
शिक्षा विभाग से बेहतर आउटपुट की उम्मीद करने वाले शिक्षा मंत्री जरा ध्यान दीजिए, बिहार के शिक्षा व्यवस्था किस तरह से सो रही है।तस्वीरें कटिहार आजमनगर प्रखंड के महेशपुर पंचायत अंतर्गत श्रीकोल गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय श्रीकोल अनुसूचित जाति स्कूल कीहै, जहां शिक्षिका दीपाली बच्चों के कक्षा में पढ़ाते पढ़ाते कुर्सी पर ही आराम फरमाते हुए पूरी तरह नींद के आगोश में चली गई और खर्राटे मारने लगी। वही विद्यालय के कक्षा में मौजूद छात्र छात्र मैडम मैडम आवाज देकर नींद से जगाने की भरपूर कोशिश की मगर मैडम की नींद नहीं खुली।
वही विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक से जब इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि दीपाली मैम बेहद करक है और उनको ज्यादा कुछ बोलने पर हंगामा करने लगती है, इसीलिए चुप रहना ही बेहतर है।
वही लगातार मीडिया और स्थानीय लोगों के दबाव के बाद प्रभारी प्रधानाध्यापक कार्रवाई की बात कह रहे हैं। निश्चित तौर पर जिस दौर में शिक्षा मंत्री शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए शिक्षकों से आउटपुट की उम्मीद कर रहे हैं, उसी दौर में ऐसी तस्वीर काफी दुखद है।