रुपौली/ विकास कुमार झा
विगत कई वर्षों से कृषि विभाग की आंखों में धूल झोंकने वाले उर्वरक माफिया आलोक भगत आखिर कृषि विभाग के हत्थे चढ़ ही गया, आलोक भगत के दुकान से 87 बोड़ी उर्वरक, 136 पैकेट मक्के बीज सहित 193 फेराडोल की पैकेट मिली है। बताया जाता है उर्वरक माफिया आलोक भगत के बारे में प्रखंड कृषि पदाधिकारी रुपौली राघव प्रसाद को गुप्त सूचना प्राप्त हुई, आलोक भगत अपने घर में बनाएं गोदाम सहित बासा पर उर्वरक का स्टोक किया हुआ है, जिसके बाद प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघव प्रसाद के नेतृत्व में नोडल कृषि समन्वयक अजय कुमार, प्रखंड कृषि समन्वयक पंकज कुमार, किसान सहलाकर कृत्यानंद मंडल सहित अकबरपुर ओपी पुलिस के मदद से छापेमारी की गई,
जिसमें उर्वरक माफिया आलोक भगत के बासा सहित घर से नागार्जुना का नीम कोटेड यूरिया 39 बोड़ी इफको डीएपी 3 बोड़ी, आईपीएल एमओपी 43 बोड़ी, मक्के का बीज 96 पैकेट श्रीकर का 40 पैकेट पायोनियर का बीज जप्त किया गया है।सभी उर्वरक एवं बीज की जप्ती सूची बनाकर पास के अधिकृत उर्वरक विक्रेता आर्यन खाद्य बीज भंडार भिखना को सौंप दिया गया है। वहीं आपको यह भी बताते चलें जब प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघव प्रसाद टीम के साथ छापेमारी के लिए गए तो उर्वरक माफिया आलोक भगत की पत्नी के द्वारा अधिकृत विक्रेता होने की बात कही जाने लगी जिसको सुनकर प्रखंड कृषि पदाधिकारी के साथ साथ टीम के सभी सदस्य भौंचक रह गए, टीम के द्वारा पौस मशीन की मांग गई जो उर्वरक माफिया आलोक भगत की पत्नी के द्वारा बताया गया बंद है, जिसके बाद प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघव प्रसाद को समझने में देर नहीं लगी यह माफिया है, जिसके बाद वह एक एक कर सभी उर्वरक ,बीज कीटनाशक का बिल मांग दिए जिसका जवाब उर्वरक माफिया आलोक भगत के पत्नी के पास नहीं था,
जिसके बाद टीम के कृषि पदाधिकारी के निर्देश पर सभी चीजों को जप्त लिया गया। आपको बताते चलें उर्वरक माफिया आलोक भगत के यहां लगातार कृषि विभाग के पदाधिकारियों का छापा पड़ता जिसके कारण उर्वरक माफिया आलोक भगत को नक़ली उर्वरक का धंधा करने में परेशानी होती थी, जिसके बाद उर्वरक माफिया आलोक भगत ने कृषि विभाग के आंखों में धूल झोंकने के नियत से आर्यन ट्रेडर्स बाकी के नाम से उर्वरक सहित बीज बैचेन का लाइसेंस बनावा लिया गया। लेकिन कहावत है चोर चोरी से जाए लेकिन हैरा फैरी से ना जाएं उसी कहावत को चरितार्थ कर रहे थे उर्वरक माफिया आलोक भगत, उर्वरक माफिया आलोक भगत का सरगना पूर्णिया जिले के आस-पास के लगभग तीन जिलों में फैलीं हुई है। उर्वरक माफिया आलोक भगत के द्वारा रुपौली प्रखंड के पश्चिमी क्षेत्र से सटे ज़िले मधेपुरा, भागलपुर, कटिहार के इलाके में नक़ली उर्वरक का सप्लाई की जाती है, इनके बारे में एक बात जो खुलकर सामने आ रही है
वह कही ना कही इस इलाके के पुलिस रात्रि गश्ती पर भी सावलिया निशान खड़ी कर रही है। उर्वरक माफिया आलोक भगत के द्वारा रात के अंधेरे में में नक़ल उर्वरक का सप्लाई की जाती है। उर्वरक माफिया आलोक भगत के बारे में बताया जाता है यह भागलपुर जिले के नवगछिया से नक़ली उर्वरक उठाकर रुपौली प्रखंड,भवानीपुर प्रखंड के अलग-अलग इलाकों सहित कटिहार, भागलपुर, मधेपुरा जिले के सीमावर्ती इलाकों में नक़ली उर्वरक सहित मक्के का बीज सप्लाई करता है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघव प्रसाद ने बताया उर्वरक माफिया आलोक भगत के यहां जो उर्वरक, मक्के की बीज, कीटनाशक पकड़ाई है उसे जप्त कर लिया गया है, निकटतम अधिकृत विक्रेता को सौंप दी गई है, काग़ज़ी प्रक्रिया पूरी कर आलोक भगत के ऊपर उर्वरक कालाबाजारी सहित नक़ली खाद्य बीज, भंडार का पहचान छुपाने सहित अन्य सुसंगत धाराओं के तहत अकबरपुर ओपी में मामला दर्ज करवाया जाएगा एवं आलोक भगत की लाईसेंस को भी विभाग से निलंबित करने की अनुशंसा की जाएगी।