राजगीर (नालंदा दर्पण)। गंगाजल आपूर्ति योजना के तहत राजगीर नगर क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति को लेकर तेजी से कार्य किया जा रहा है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य शुद्ध पेयजल की उपलब्धता के साथ ही भूगर्भ जल पर निर्भरता को समाप्त करना है।
इस योजना के माध्यम से राजगीर नगर क्षेत्र के सभी घरों में जल आपूर्ति की जानी है। इसके साथ ही राजगीर के सभी होटलों, शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों एवं अन्य संस्थानों में भी जलापूर्ति की जाएगी।
इसी उद्देश्य से जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने आज आरआईसीसी सभागार में राजगीर के होटल संचालकों शैक्षणिक संस्थानों अस्पतालों एवं अन्य संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।
राजगीर में 86 होटलों में जल आपूर्ति की जानी है। इसके लिए होटल प्रबंधन द्वारा जल भंडारण हेतु संप/टैंक की व्यवस्था की जानी है। वर्तमान में 8 होटलों में अंडर ग्राउंड संप तैयार है। अन्य होटलों को भी सम्प या वैकल्पिक ग्राउंड टैंक की व्यवस्था करनी होगी।
सभी होटलों में 20 नवंबर तक पाइप लाइन कनेक्शन देने का निर्देश कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को दिया गया। इसके साथ ही सभी शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल एवं अन्य संस्थानों को भी 20 नवंबर तक पाइप लाइन कनेक्शन से आच्छादित करने का निर्देश दिया गया।
इस योजना के तहत संप/टैंक में जलापूर्ति की जाएगी। जहां से मोटर के माध्यम से संचालक ओवरहेड टैंक में पानी को ले जा सकेंगे। पेयजल आपूर्ति की पाइप में मोटर लगाना प्रतिबंधित है। सभी संस्थानों को जल भंडारण के लिए तत्काल उपयुक्त क्षमता के टैंक की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।
कार्यपालक अभियंता पीएचईडी द्वारा बताया गया कि राजगीर नगर क्षेत्र के पुराने वार्डों में लगभग 190 घरों में कनेक्शन दिया जाना शेष है।जिलाधिकारी ने 20 नवंबर तक इन सभी घरों को कनेक्शन से आच्छादित करने का निर्देश दिया।
पुलिस एकेडमी एवं नालंदा विश्वविद्यालय में भी इस योजना के माध्यम से जलापूर्ति हेतु पाइप लाइन पहुंचाया जा चुका है, शेष कार्य को भी दो-तीन दिनों में पूरा कर लिया जाएगा।
इस बैठक में उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी राजगीर, भूमि सुधार उप समाहर्ता राजगीर, कार्यपालक अभियंता जल संसाधन / पीएचईडी, अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी, विभिन्न होटलों के संचालक, शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधि, अस्पतालों के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।