डेस्क : मशहूर घुम्मकड़ शायर ख्वाजा मीर की एक लाइन है कि सैर कर दुनिया की गाफिल जिंदगानी फिर कहां, जिंदगी गर रही तो नौजवानी फिर कहां. यह लाइनें घुमक्क्ड़ी के शौकीनों के लिए बेहद खास हैं. लंबी दूरी तक रोड ट्रिप करने वाला मुसाफिर आखिर कहां तक जा सकता है.
एक शहर से दूसरे शहर, एक राज्य से दूसरे राज्य. या फिर ज्यादा से ज्यादा देश के इस छोर से लेकर उस छोर तक ही. लेकिन पंजाब के एक साहब ऐसे भी हैं जिन्होंने अमेरिका से भारत आने के लिए अपनी कार को दौड़ा दिया और रोड ट्रिप के जरिए वे 7 समंदर पार आ गए.
रोड ट्रिप से अमेरिका से जालंधर का सफर :
रोड ट्रिप से अमेरिका से जालंधर का सफर : दरअसल, पंजाब के जालंधर के रहने वाले लखविंदर सिंह ने अपनी कार से रोड ट्रिप के जरिए अमेरिका से जालंधर तक का सफर तय किया है. वे अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में स्थित सैक्रामेंटो शहर में रहते हैं और वहां उनके परिवार का पुराना बिजनेस है. उन्होंने कोरोना के समय में यह ठान लिया था कि अपने गांव अपनी ही गाड़ी से जाएंगे. लेकिन किसी कारणवश वे तब नहीं आ सके थे. इसके बाद उन्होंने अब यह लम्बा और थकाऊ सफर पूरा कर दिखाया है. उनकी एक तस्वीर भी वायरल हो रही है जिसमें वे अपनी गाड़ी के साथ नजर आ रहे हैं.
अमेरिका से ब्रिटेन तक समुद्री जहाज से :
अमेरिका से ब्रिटेन तक समुद्री जहाज से : लखविंदर सिंह ने 34 दिनों में कुल 20 देशों का भ्रमण किया और 20 हजार किलोमीटर सफर तय करके वे भारत पहुंचे. इस दौरान रास्ते में तमाम देशों के लोगों के साथ उनकी मुलाकात भी हुई. आखिरकार लखविंदर अमेरिका के कैलिफोर्निया से चले और करीब डेढ़ महीने बाद जालंधर पहुंच गए. सबसे पहले उन्होंने अमेरिका से ब्रिटेन तक समुद्री जहाज के माध्यम से सफर किया और अपनी कार जहाज में ही रखकर ले आये. इसके बाद ब्रिटेन ने उन्होंने रोड ट्रिप शुरू करी तो वह फिर आकर भारत में ही समाप्त हुयी.
‘ईरान में थोड़ा अलग रहा था अनुभव :
‘ईरान में थोड़ा अलग रहा था अनुभव : लखविंदर अमेरिका से ब्रिटेन, बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, स्विट्जरलैंड, हंगरी, तुर्की, ईरान और पाकिस्तान होकर भारत पहुंचे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लखविंदर का यह कहना है कि ईरान में थोड़ा अलग अनुभव रहा क्योंकि वहां अमेरिकी कार को चलाने की इजाजत नहीं थी. इसलिए वहां कार को टैक्सी के साथ बांधकर लाना पड़ा. लखविंदर ने कहा कि उन्हें पाकिस्तान में ढेर सारा प्यार मिला.