गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री और सारण सांसद राजीव प्रताप रुडी आज बोधगया पहुंच आयेंग। यहां वे गैर राजनीतिक मंच विभा-2025 में अपना संबोधन देंगे। इसकी जानकारी एक निजी होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी।

दरअसल महाबोधि संस्कृति केंद्र में विभा-2025 एक मंच है। जिसका उदेश्य बिहार के पिछड़ेपन को दूर करने हेतु विचारों का आदान-प्रदान कर एक कार्य योजना बनाना है, जिसमें अपने गांव घर को छोड़कर रोजगार की तलाश में किसी अन्य प्रदेश या विदेश गये प्रत्येक बिहारी के साथ ही पत्रकार, अधिवक्ता शिक्षक या अन्य बुद्धिजीवियों से जुडकर उनके विचारों का आदान-प्रदान करना है।

यह मंच अपने कार्यक्रम में सभी दल, धर्म एवं जाति के लोगों को आमंत्रित कर यह जानने का प्रयास करता है कि बिहार को विकास के अग्रणी पंक्ति में लाने के लिए क्या नीति बने। आज के वक्ता रुडी बहुमुखी प्रतिभा वाले लंबे राजनीतिक अनुभव और दशकों की जनसेवा के अनुभवी राजनेता है। उनके अनुभव का लाभ आमजन तक पहुंच सके इसलिए मंच द्वारा उन्हें मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया है। रुडी विविध प्रतिभाओं से संपन्न राजनेता है। न केवल राजनीतिक जीवन में बल्कि अन्य गतिविधियों में भी संलग्न है और दूसरे तरीकों से भी आमजन की सेवा में लगे है। रुडी दुनिया में ऐसे इकलौते सांसद है जिनका नाम लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में इसलिए दर्ज है कि वो सांसद होने के साथ-साथ एक व्यावसायिक लाइसेंसधारक पायलट भी है। इसके अलावा पठन-पाठन में रुची रखने वाले रुडी महाविद्यालय में अर्थशास्त्र के शिक्षक तो है ही साथ ही पटना उच्च न्यायालय में पंजीकृत वरिष्ठ अधिवक्ता भी है। सारण लोकसभा क्षेत्र से सांसद होने के साथ भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता का दायित्व बखूबी निभाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री रुडी ने अपने राजनीतिक जीवन के पैंतीस वर्ष और LLB डिग्री धारण करने के छत्तीस वर्षों के बाद पटना उच्च न्यायालय में अधिवक्ता का चोला पहने भी दिखते है। श्री रुडी का मानना है कि पढ़ाई और डिग्री प्राप्त करने के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं है। इसलिए जब भी मौका मिले, कोई पाठ्यक्रम या कोई कोर्स पूरा करना चाहिए। ज्ञान का उपयोग कभी भी और किसी भी स्थिति में हो सकता है। मैंने सामान्य अध्ययन के साथ-साथ एलएलबी की भी डिग्री हासिल की, इसके पश्चात कमर्शियल पायलट भी बना और पटना के महाविद्यालय में अध्यापक भी।

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