न्यूज डेस्क : इन दिनों देश में अधिकांश लोग डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल करने लगे हैं। डिजिटल पेमेंट एक ऐसा माध्यम जो विद्यार्थियों में काफी प्रचलित है। हालांकि डिजिटल क्रांति हर वर्ग के लोगों को अपने साथ जोड़ लिया है। अब बात करते हैं डिजिटल पेमेंट के दौरान उत्पन्न होने वाली समस्याओं के बारे में।
कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि यूपीआई के माध्यम से पेमेंट करते समय मोबाइल नंबर का एक अंक इधर से उधर हो जाता है तो पैसे गलत अकाउंट में चले जाते हैं। यदि आपके साथ भी ऐसा हुआ है तो आज हम आपको बताएंगे कि इस समस्या से कैसे उबर जाए। तो आइए वापस अपने खाते में पैसे पाने के तरीके को जानते हैं।
इनकी कोई गलती नहीं
इनकी कोई गलती नहीं
अगर यूपीआई पेमेंट गलत अकाउंट में ट्रांसफर हो जाता है तो उसके लिए गूगल पे, फोन पे और पेटीएम जैसे थर्ड पार्टी ऐप जिम्मेदार नहीं होंगे। इसके लिए आपको सीधे अपनी बैंक शाखा से संपर्क करना होगा, जिसके साथ आपका यूपीआई भुगतान बैंक खाते से जुड़ा हुआ है। ऐसे में अगर पैसा गलत खाते में ट्रांसफर हो गया है तो इसकी जानकारी आपको सीधे बैंक के कस्टमर केयर को देनी होगी। वैसे तो ज्यादातर मामलों में कस्टमर केयर बैंक को डायरेक्ट मेल करने की जानकारी देता है।
बैंक संबंधित ये काम
बैंक संबंधित ये काम
अपने संबंधित बैंक को मेल करने से अधिकांश मामलों का समाधान हो जाता है, लेकिन यदि मेल से मामला नहीं सुलझता है, तो आपको संबंधित बैंक शाखा में जाना होगा। हालांकि, बैक ब्रांच में जाने से पहले मेल प्रिंटआउट जैसे सभी दस्तावेज साथ ले जाने होते हैं। इसके बाद बैंक मैनेजर रिप्लाई कर बैंक में पैसा वापस कर सकता है।
क्या कहता है RBI?
भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के मुताबिक बैंक को गलत खाते में पैसा ट्रांसफर होने की शिकायत मिलने के 7 से 15 दिनों के भीतर शिकायत का निपटारा करना होता है। ऐसे में गलत खाते में पैसा ट्रांसफर होने पर जल्द से जल्द संबंधित बैंक शाखा और बैंक अधिकारी से बात करें। अगर वह व्यक्ति आपकी ओर से भेजे गए पैसे को गलत अकाउंट में खर्च कर देता है तो नियमानुसार बैंक को आपका पैसा वापस करना होगा। वहीं, पैसा खर्च करने वाले का बैलेंस नेगेटिव हो जाएगा।