इसलामपुर (नालंदा दर्पण)। इसलामपुर नगर परिषद क्षेत्रान्तर्गत वुद्धदेवनगर स्थित भगवान सूर्य का बना प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर में प्रत्येक रविवार को भगवान भास्कर की पूजा अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है।
यहां मन्नतें मांगने वालों की मनन्तें पूरी होती है। जिसके कारण यह स्थल सूर्य सरोवर छोटकी औंगारी धाम के नाम से क्षेत्र मे प्रसिद्ध है। यही वजह है कि शादी विवाह के लग्न में दूर दराज से आकर इस मंदिर में शादी समारोह सम्पन्न करवाते हैं।
यहाँ छठ पर्व के अवसर पर दूर दराज से लोग पहुंचकर मंदिर में पूजा-अर्चना कर सूर्य सरोवर के पास छठव्रतियों द्वारा भगवान भास्कर का अर्घ प्रदान किया जाता है।
इस साल नगरपरिषद की ओर से घाटों की साफ सफाई कर सरोवर मे व्रैकेटिंग करवाया गया है और रोशनी के साथ पेयजल का उतम प्रबंध किया गया है।
शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए प्रशासन द्वारा ठोस कदम उठाया गया है। चेंजिंग रुम के बारे में कार्यपालक पदाधिकारी से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन नहीं हो सका।
इसी प्रकार आत्मा गांव में भगवान भोले नाथ की मंदिर के पास तालाब में आस पास के गांव के काफी संख्या में छठव्रतियों द्वारा भगवान भास्कर का अर्घ प्रदान किया जाता है।
ग्रामीण सुनील साव, सतीश कुमार, अवधेश राम, राजेश कुमार, जयपाल और सर्वेश कुमार आदि ने बताया कि गांव के सहयोग से घाटों के पास साफ सफाई किया गया है। ताकि छठव्रतियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
यहाँ शिवरात्रि के समय पर मेला लगता है। फिर भी सरकारी तौर पर यहां पर किसी प्रकार के विकास के कार्य नहीं हो सके हैं। जवकि ग्रामीणों द्वारा इस स्थल का सौंदर्यीकरण करवाने की मांग किया जाता रहा है। लेकिन अब तक कुछ नहीं हो सका है।