पूर्णियाँ/सिटिहलचल न्यूज़
पूर्णिया पूर्व प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों मनरेगा योजना में घोर अनियमितता बढ़ती जा रही है। जहां नियम को ताक पर मनरेगा योजना के तहत प्रखंड क्षेत्र में कार्य की जा रही है। ताजा मामला पूर्णिया पूर्व प्रखंड के बियारपुर पंचायत का है। बियारपुर पंचायत के अनूप लाल दास के घर से प्राथमिक विद्यालय कमलीबाड़ी तक एक सरकारी छहर पर मनरेगा योजना के तहत सात लाख 88 हजार की लागत से छहर की सफाई एवं बांध निर्माण कार्य किया जा रहा है। उक्त निर्माण में घोर अनियमितता बरती जा रही है। छहर की सफाई की जगह नाला की खुदाई कि जा रही। जिस नाले से किसान को कोई फायदा नही होने वाला है
स्थानीय दर्जनो किसानो ने बताया कि छहर पर नाला खुदाई की जा रही है, उस नाले से हमलोगो को कोई फायदा नही होने वाला है। क्योकि खेत की जमीन से नाला तीन फीट नीचे है उस नाले से पानी खेत में नही पहुंचने वाला है। तो इस तरह के छहर निर्माण कार्य कराने से क्या फायदा होगा। स्थानीय किसानो ने बताया कि हमलोग पहले भी विरोध किये थे, लेकिन मनरेगा विभाग के द्वारा कोई कार्रवाई नही की गयी, उलटे ही लीपापोती कर काम किया जा रहा है। वहीं लोगों ने मनरेगा विभाग के कनीय अभियंता मोटी रकम लेकर आंख मूंदकर प्राक्कलन तैयार करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से जाँच कराने की माँग की है, ताकि सरकारी राशि का बंदर बांट नहीं किया जा सके
वही दुसरी तरफ योजना में 40 मजदूर को प्रतिदिन कार्य करना है। लेकिन शुक्रवार को सिर्फ तीन मजदूर ही कार्य कर रहा था। खास बात यह भी है कि जिन मजदूर के नाम से राशि भेजी जाती है वो मजदूर कभी काम भी नही करते है। साथ ही पंचायत रोजगार सेवक संजय कुमार अपने कार्य स्थल से गायब रहते है। मोबाइल से जब सर्पक किया गया तो पंचायत रोजगार सेवक कुछ भी स्पष्ट बताने को तैयार नही हुए। वहीं इस संबंध में प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी शिव प्रकाश ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है तत्काल काम को बंद करवा कर इसकी जांच की जाएगी और कार्य में जो भी लापरवाही बरती गई हो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।