पूर्णियां/बालमुकुन्द यादव
पूर्णिया : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल बाल हृदय योजना का लाभ राज्य के सभी बच्चों को मिल रहा है। इस योजना के तहत राज्य के सभी वैसे बच्चे जिनका जन्म के समय से ही दिल में छेद होने की बीमारी मौजूद हो। ऐसे नवजात शिशुओं एवं बच्चों के लिए उक्त योजना जीवनदायिनी साबित हो रही है। बता दें कि पूर्णिया जिले के सैकड़ों बच्चों को सर्जरी कर उसको नया जीवन मिल चुका है। इस योजना के तहत हृदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों का इलाज की निःशुल्क सुविधा मुहैया कराई जा रही हैं। साथ ही इलाज के दौरान आने जाने में होने वाली खर्च को भी राज्य सरकार वहन कर रही है। खासकर यह योजना वैसे माता/पिता के लिए वरदान साबित हो रहा है। जो आर्थिक रूप से तंगी के कारण हृदय में छेद के साथ जन्मे अपने बच्चों का समुचित इलाज करवाने में सक्षम नही हैं। इस योजना के कारण ही आज हृदय रोगी बच्चों की मृत्यु दर में काफी कमी आयी है
मरीजों का परामर्श एवं इलाज़ के लिए सरकार संकल्पित: नोडल अधिकारी
एसीएमओ सह आरबीएसके के नोडल अधिकारी डॉ मोहम्मद साबिर ने बताया कि इस योजना के तहत हृदय में छेद जैसेरू जन्मजात बीमारियां, कटा होठ एवं तालु, न्यूरल ट्यूब, क्लब फुट सहित अन्य गंभीर बीमारियों के लिए प्रखंड स्तर से जिलास्तर तक स्क्रीनिंग की जाती है। जिसमें शिशु रोग विशेषज्ञ के अलावा अन्य चिकित्सक एवं अधिकारी को भी शामिल किया जाता हैं। इसके बाद जिला प्रारंभिक हस्तक्षेप केंद्र (डीईआईसी) पूर्णिया द्वारा उक्त बच्चें को परामर्श एवं उचित इलाज के लिए पटना स्थित एम्स, आईजीआईएमएस एवं आईजीआईसी में बच्चों की संपूर्ण जांच करने के बाद बीमारियों की गंभीरता को देखते हुए गुजरात के अहमदाबार रेफर किया जाता है। स्क्रीनिंग के अलावा यात्रा से लेकर इलाज़ तक का ख़र्च सरकार द्वारा वहन किया जाता हैं। ज़िले से लगभग 50 से अधिक बच्चों को निःशुल्क इलाज़ कराकर योजना से संबंधित लाभ दिया जा चुका है
आगामी 25 अक्टूबर को दिल में छेद वाले मरीज को ऑपरेशन के लिए भेजा जाएगा अहमदाबाद : डॉ आरपी सिंह
आरबीएसके के जिला समन्वयक डॉ आरपी सिंह ने बताया कि धमदाहा प्रखंड अंतर्गत वंशीपुर के कक्कर बाधा गांव निवासी गुड्डू कुमार एवं सुलेखा देवी के मात्र 10 माह का पुत्र अभिमन्यु कुमार जन्मजात हृदय में छेद का मरीज हैं। आरबीएसके दल के चिकित्सक डॉ रियाजुद्दीन अंसारी द्वारा उक्त बच्चे का स्क्रीनिंग कर डीईआईसी पूर्णिया रेफर किया गया। वहीं नोडल अधिकारी एवं आरबीएसके द्वारा आईजीआईसी पटना एम्बुलेंस द्वारा भेजा गया। बाल हृदय योजना के अंतर्गत अहमदाबाद के संत श्री साईं हृदय संस्थान द्वारा पटना में बच्चे की जांच की गई। जांचोपरांत दिल में छेद होने के कारण ऑपरेशन के लिए चयन किया गया है। आगामी 25 अक्टूबर को इनके घर से एंबुलेंस द्वारा पटना स्थित जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट भेजा जाएगा। वहीं से अहमदाबाद स्थित संत श्री साईं हृदय संस्थान भेज कर बच्चे के हृदय का ऑपरेशन होगा। सफ़ल ऑपरेशन के बाद अहमदाबाद से पूर्णिया के धमदाहा स्थित घर लाया जाएगा।