अजय प्रसाद/जोगबनी
सीमावर्ती शहर जोगबनी नगर परिषद चुनाव में दो पूर्व विधायक की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई है। जैसे जैसे मतदान की तिथि नजदीक आ रही है वैसे वैसे दोनो पूर्व विधायक तरह तरह के तरीके अपना कर वोटरों को अपनी ओर आकर्षित करवाने में लगे हुए है।
जोगबनी नगर परिषद में एक तरफ पूर्व फारबिसगंज विधायक जाकिर अनवर की पत्नी फिरोजी खातून उर्फ लाडली मोटरसाइकल छाप से मुख्य पार्षद पद के चुनाव मैदान में है तो दूसरी ओर नरपतगंज विधानसभा की पूर्व भाजपा विधायक देवानती देवी यादव की भेगिन बहु रानी देवी कुकर छाप से मुख्य पार्षद पद के लिए चुनाव मैदान में डटी हुई है। इन दोनो की जीत के लिए दोनो पूर्व विधायक अपनी प्रतिष्ठा की लड़ाई लड़ने एवं सीमावर्ती में अपनी लोकप्रियता को दिखाने के लिए अपनी एरी चोटी लगाए हुए है। जोगबनी नगर पंचायत के 19 वार्ड से परिषद में कुल 28 वार्ड में तब्दील हुई है। पिछले 20 वर्षो से नगर पंचायत में पूर्व विधायक जाकिर अनवर बैराक का ही दबदबा रहा है। नगर पंचायत में निर्वाचित हो कर पहली बार जाकिर अनवर बैराक की करीबी दोस्त भोला शंकर तिवारी चेयरमैन की कुर्सी पर कब्जा जमाया। उसके बाद जाकिर अनवर के छोटे भाई अनवर राज की पत्नी तरन्नुम नाज दो बार चेयरमैन बनी रही।
इसके बाद समाज सेवी राजू की पत्नी अनिता देवी निवर्तमान चेयरमैन में भी पूर्व विधायक जाकिर अनवर बैराक का भरपूर समर्थन रहा। लेकिन इस बार समय बदला, नामचीन स्वर्गीय भगवान यादव के राजनीतिक घराने से उनके भांजा युवा नेता रोहित यादव उभर कर आया। रोहित यादव पिछले नगर चुनाव में ही जोगबनी नगर के बदलाव का आगाज कर दिया गया था। जोगबनी नगर के वार्ड संख्या 10 से अपनी पत्नी रानी देवी को वार्ड पार्षद पद से चुनाव लड़ाया गया था, मगर अनिता देवी से उसे हार मिली थी। इस बार बिहार सरकार रोस्टर के अनुसार सीधा सीधी वोटिंग से मुख्य पार्षद उप मुख्य पार्षद एवं वार्ड पार्षद को जनता द्वारा चुनने का फैसला किया गया। जिसमे रानी देवी को स्वर्गीय भगवान यादव के परिवार की ओर से उसे उम्मीदवार बनाया गया है, जिसके पक्ष में स्वर्गीय भगवान की पत्नी पूर्व विधायक देवेंती यादव तहे दिल से रानी देवी की जीत दिलाने में कड़ी मेहनत कर रही है। स्वर्गीय भगवान यादव की पत्नी देवांति यादव जिला परिषद क्षेत्र संख्या 05 से पहली वार जिला परिषद सदस्य निर्वाचित हुई थी, उसके बाद नरपतगंज विधानसभा से भाजपा के टिकट पर आरजेडी के अनिल यादव को प्रसास्थ कर विधानसभा पहुंची। आपको बता दे की दो पूर्व विधायक जाकिर अनवर बैराक एवं देवांति यादव के बीच आपसी रंजिश की शुरुवात मुन्ना खान हत्या कांड से हुई। जिसके बाद भगवान यादव पर कई अटैक हुए, इन अटैक में सुधीर वर्मा, एक नाश्ता दुकानदार श्याम लाल की मृत्यु हुई। हालाकि की इन अटैक में किसी का नाम खुल कर नही आया। उसके बाद दीपावली से जगमगाता जोगबनी शहर 30 अक्टूबर को जोगबनी के मुख्य सड़क पर भगवान यादव की हत्या कर दी गई,
जिसमे बिहार के सबसे शातिर शूटर प्रकाश शुक्ला का नाम चर्चित में आया। इस हत्या कांड में पूर्व विधायक जाकिर अनवर साजिसकर्ता के नाम में आया एवं उन्हें हवालात भी जानी पड़ी। हवालात से ही पूर्व विधायक जाकिर अनवर बैराक बासपा के टिकट से चुनाव लड़ कर फारबिसगंज विधानसभा सीट से पहली बार जीत कर विधानसभा पहुंचे। उनके बाद अररिया से भी विधायक चुने गय। उन्होंने अपनी राजनीतिक कैरियर में कभी सुस्ती नही दिखाई, उन्होंने अररिया लोकसभा से भी सांसद का चुनाव लडा जिसमे काफी अंतर से उन्हें हार मिली। फिलहाल जोगबनी नगर चुनाव के माहौल में गरमाया हुआ है। हर एक जनता एवं जिले के राजनीतिक दल निगाहे यही टिकी हुई है की इस बार जोगबनी नगर परिषद की कुर्सी किस खेमे में जाती है या अन्य उम्मीदवार बाजी मार जाते है। गृह क्षेत्र के दो पूर्व विधायक की प्रतिष्ठा के साथ जोगबनी की जनता का प्यार किस तरफ जाएगा ये सारी बाते इस चुनाव में साफ साफ नजर आने की बात लोग चोक चौराहे पर कर रहे है।