पूर्णियां/बालमुकुन्द यादव
नगर निगम क्षेत्र के कई वार्डो में सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। मगर लगभग सभी जगह घटिया निर्माण हो रहा है। इसका मुख्य कारण वजह है ठेकेदारी के बीच आपस मे काम लेने की होड़ लगी है। जिस वजह से निविदाओं में संवेदको के द्वारा योजना के लिये निर्धारित आवंटित राशि से 20% से 30% तक कम दर पर कार्य लेने के कारण कार्य की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। इस संबंध में नगर निगम क्षेत्र वार्ड 22 की वार्ड पार्षद सरिता रॉय ने नगर आयुक्त को पत्र लिखा है।वार्ड पार्षद सरिता रॉय ने बताया कि वर्तमान समय में नगर निगम, पूर्णियाँ के द्वारा निगम क्षेत्र में विभिन्न तरह के विकास हेतू योजनाओं से संबंधित लगातार निविदायें प्रकाशित कि जा रही है
इन निविदाओं में जो संवेदक प्रतिभागी बन कर कार्य लेना चाह रहे हैं वे पूर्व से ही कई नगर निगम कि निविदा प्राप्त कर कार्य नहीं कर रहें है, जबकि कई संवेदक हैं जिनके पास दर्जनों कार्य क्रियान्यवन हेतू लंबित है। फिर भी अपनी पहुँच एवं जोर-तोड़ प्रक्रिया के तहत कार्य पर कुंडली मार कर बैठे हैं। इसका खामियाजा कही न कहीं निगम और जनता को उठाना पर रहा है।उन्होंने कहा कि किसी भी तरह का योजना कि स्वीकृति से पहले निश्चित रूप से योजना स्थल कि जाँच अमीन, तहसीलदार एवं कनिय अभियंता के स्तर से करने कि व्यवस्था हो ताकि योजना स्थल का पूर्ण ब्योरा, जैसे नगर निगम के सड़क कि पूर्ण लम्बाई चौड़ाई एवं जमीन के प्रकृति का ज्ञान प्राप्त हो सके। जिस से कार्य स्थल पर कोई विवाद न हो
उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि संवेदकों के द्वारा निविदा में प्रकाशित दर से 20% से 30% तक निम्न दर, पर कार्य प्राप्त तो कर लेते हैं लेकिन कार्य प्राप्त करने के बाद कार्य में अभिरुचि न तो रखते हैं और न ही कार्य कि गुणवता, जो प्राकलन में दर्ज है उसे कायम रख सकते हैं। निश्चिततौर पर गुणवत्ता प्रभावित होगी।श्रीमती रॉय ने कहा कि नगर निगम के द्वारा होने वाले सभी कार्यों में गुणवता कायम रखने हेतु योजनाओं लिये निर्धारित कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता एवं कनिय अभियंता को जिम्मेदार बनाया जाय, ताकि अगर संवेदक के द्वारा गुणवत्ता प्रभावित होती है उसके लिये जिम्मेदार अभियंत्रण विभाग हो ।