बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। डेंगू से पीड़ित लोगों के समुचित इलाज तथा इसके प्रसार के रोकथाम एवं छठ पूर्व तैयारी को लेकर जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की।
अनुमंडल पदाधिकारियों को डेंगू के प्रत्येक मामले में मरीज का संपूर्ण पता सहित सूची तैयार रखने तथा इसे प्रतिदिन अद्यतन कराने का दायित्व दिया गया।
सभी नगर निकाय क्षेत्रों में कम से कम प्रत्येक 2 दिनों में एक बार अनिवार्य रूप से फॉगिंग तथा एंटी लार्वा स्प्रे सुनिश्चित कराने का निर्देश सभी कार्यपालक पदाधिकारियों को दिया गया। इसके लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त फॉगिंग मशीन की भाड़े पर व्यवस्था करने को कहा गया।
जहां भी डेंगू के पॉजिटिव मामले आ रहे हैं, वहां घरों एवं आसपास के क्षेत्रों में प्रतिदिन फॉगिंग कराने को कहा गया।
प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में फॉगिंग का कार्य सिविल सर्जन की देखरेख में स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से सुनिश्चित कराया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से अब तक 60 ग्रामीण क्षेत्रों में फॉगिंग कराया गया है।
सभी प्रखंडों में एंबुलेंस को तैयार स्थिति में रखने का निर्देश दिया गया। सभी पीएचसी, रेफरल अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए अलग से बेड की व्यवस्था सुनिश्चित रखने का निर्देश दिया गया।
अनुमंडलीय अस्पतालों में कम से कम दस बेड की व्यवस्था सुनिश्चित रखने का निर्देश दिया गया। अस्पताल में भर्ती होने वाले डेंगू के प्रत्येक मरीज को अनिवार्य रूप से मच्छरदानी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। डेंगू से प्रभावित गांव में प्राथमिकता देते हुए त्वरित फॉगिंग सुनिश्चित कराने को कहा गया।
नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि बिहार शरीफ नगर निगम क्षेत्र के सभी 51 वार्डों में रोस्टर के अनुसार फॉगिंग एवं एंटी लारवा स्प्रे कराया जा रहा है। डेंगू के पॉजिटिव मामले वाले क्षेत्रों में रोस्टर के अतिरिक्त भी फॉगिंग कराया जा रहा है।
डेंगू के रोकथाम के लिए कराए जा रहे सभी कार्यों के सतत अनुश्रवण के लिए जिला स्तर पर कोषांग का गठन किया गया है।
छठ पूर्व तैयारी को लेकर सभी नगर निकाय क्षेत्रों में नए शामिल क्षेत्रों को समाहित करते हुए छठ घाटों की सूची तैयार करने का निर्देश सभी कार्यपालक पदाधिकारियों को दिया गया।
सभी घाटों पर विशेष रूप से साफ-सफाई के लिए अभी से ही कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया। इसके अलावा छठ घाटों पर लाइटिंग, चेंजिंग रूम, अस्थाई शौचालय आदि की व्यवस्था के लिए भी पूर्व तैयारी सुनिश्चित रखने को कहा गया।
छठ घाटों की बैरिकेडिंग की व्यवस्था करते हुए गहराई वाले क्षेत्र को लाल झंडा लगाकर चिन्हित करने का निर्देश दिया गया।
सभी महत्वपूर्ण घाटों पर नाव एवं गोताखोर की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया। महत्वपूर्ण घाटों पर एसडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।
बैठक में उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता, सिविल सर्जन, अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आदि जुड़े थे।