पूर्णियां/बालमुकुन्द यादव
पूर्णिया : स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक सह वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ विनय कुमार शर्मा ने कहा है कि ज़िले में डेंगू की रोकथाम को लेकर जिला स्तर पर आवश्यक रूप से कार्य कराने की आवश्यकता है। ज़िले में अगर कोई डेंगू का मरीज मिलता है तो उसका उपचार अविलंब प्रारंभ कर दिया जाना चाहिए। यदि मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता हो तो तत्काल मच्छरदानीयुक्त विशेष डेंगू वार्ड में ही भर्ती करा कर उसका इलाज़ सुनिश्चित किया जाना चाहिए
डेंगू एवं मलेरिया बीमारी से बचाव को लेकर किया जाता है छिड़काव: डीएमओ
ज़िला वेक्टर बोर्न डिजीज नियंत्रण पदाधिकारी डॉ आरपी मंडल ने बताया कि डेंगू और मलेरिया जैसे वैक्टर जनित रोगों से बचाव के लिए ज़िले में छिड़काव किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग, नगर निकाय और दूसरे विभागों की टीम द्वारा घर-घर जाकर लोगों को बचाव के प्रति जागरूक किया जाता है। डेंगू मच्छर संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से होता है। मच्छरों को बढ़ाने में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण योगदान कूलर, एसी और फ्रिज की ट्रे की है। इसी तरह के जगहों पर एडीज मच्छर अंडे देती हैं, इसलिए फ्रिज की ट्रे को भी नियमित रूप से साफ करते रहें। बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाएं और चिकित्सीय परामर्श लेने के बाद ही अपना इलाज़ करायें लेकिन अपनी मर्जी से दवा दुकान से दवा खरीदकर न खाएं। चिकित्सक से उपचार करने के बाद ही दवा खाने चाहिए
ज़िले में मिले डेंगू के दो मरीज, बचाव एवं सुरक्षित रहने के लिए जागरूकता जरूरी: सोनिया मंडल
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सलाहकार सोनिया मंडल ने बताया कि जिले में डेंगू के मात्र दो मरीज मिले हैं। एक मरीज का इलाज़ निजी अस्पताल में तो दूसरे का इलाज़ पटना स्थित पीएमसीएच में चल रहा है। आजकल का मौसम भी डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर के अनुकूल होता है। मौसम ठंडा होने पर मच्छर लगने शुरू हो जाते हैं। लिहाजा दिवाली तक विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। घर में मच्छर रोधी स्प्रे सहित सफाई करते रहें। छोटे-छोटे नौनिहालों का शरीर पूरी तरह कपड़े से ढकने की जरूरत होती है। घर से बाहर खेलने के लिए भेजना हो तो हाथ व पैरों पर मच्छर रोधी क्रीम लगाने के बाद ही भेजने का प्रयास करना चाहिए।