पूर्णियाँ/रौशन राही
चर्चित साहित्यिक संगठन तरूणोदय सांस्कृतिक विकास परिषद के तत्वावधान में ३० वाँ राष्ट्रीय हिन्दी साधक सम्मान समारोह डॉ रामकृष्णलाल, जगमग बस्ती (उ०प्र०) की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो० देव नारायण देव, मधेपुरा, डॉ कुसुम चौधरी – लखनऊ, डॉ अल्का वर्मा सुपोल थी ! एवं विशिष्ट अतिथि बाबा बैधनाथ पूर्णिया, सियाराम मयंक मधेपुरा. सुरेन्द्र भारती सुपोल ! सर्वप्रथम कार्यक्रम के उद्घाटन कर्ता डॉ कमाल प्राचार्य पूर्णिया कॉलेज पूर्णिया ने उद्घाटन करते हुए अपने सम्बोधन में परिषद की गतिविधि, हिन्दी के प्रति कार्य की सराहना करते हुए कई महत्वपूर्ण बातों से अवगत कराया । इसी क्रम में परिषद संस्थापक कैलाश बिहारी चौधरी के स्वागत भाषण के बाद स्वागत गान बाबा बैधनाथ ने की
आयोजन के प्रथम (सत्र में लोकार्पण में बाबा बैधनाथ की पुस्तक (१)बिहार गाथा (२) पत्थर पर फूल खिला (३)लिखता रहता गीत सदा एवं प्रेमचन्द पांडेय की गजल संग्रह- चेहरा दर चेहरा का लोकार्पण किया गया । समारोह के सम्मान सत्र में कवि उमेश कुँवर बछवाड़ा बेगुसराय को भारत गौरव साहित्य सम्मान डॉ रामकृष्ण लाल जगमग बस्ती (उ०प्र०) को शब्द सुमन मासिक पत्रिका के कुशल संपादन हेतु संपादक शिरोमणि सम्मान काशी साहित्यिक संगठन के संस्थापिका सुनीता जोहरी को हिन्दी के प्रचार-प्रसार हेतु हिन्दी गौरव साहित्य सम्मान डॉ अल्का वर्मा सुपौला (बिहार) को साहित्य गौरव सम्मान ओम प्रकाश वर्मा ओम का ओमांजलि काव्य संग्रह – पर काव्य श्री साहित्य सम्मान स्वरूप प्रतीक चिन्ह,रेशमी चादर, सम्मान पत्र सहित चैक 2000 तथा 1000 की राशि प्रदान कर सम्मानित किया गया
इसी सत्र में समान्य रूप से डाॅ कुसुम चौधरी लखनऊ, श्रीमती सुमति श्रीवास्तव जौनपुर (उ०प्र०) को अंगवस्त्र सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया। विचार सत्र में कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो० देव ना० देव ने हिन्दी की वर्तमान स्वरूप पर प्रकाश डाला। अपने अध्यक्षीय भाषण में डाॅ जगमग जी ने हिन्दी की सरलता में कई अदभूत गुणों का दर्शन कराया। विचार सत्र के बाद कवि सम्मेलन की शुरुआत सुमति श्रीवास्तव के सुमधुर सरस्वती वन्दना से हुआ। इस सत्र में सुरेन्द्र भारती, विश्वनाथ श्राफ सुपौल, दीपक राई, विद्यासागर ब्रह्मचारी कवि उमेश कुँवर बेगुसराय, मयंक मिश्रा रायबरेली, डॉ कुसुम चौधरी,( लखनऊ) ओम प्रकाश शर्मा ओम बाराबंकी ,
उमेश पंडित उत्पल, डॉ के० के० चौधरी, गोपालचन्द्र घोष मंगलम, गंगेश पाठक, सुनील समदर्शी, सियाराम मयंक मधेपुरा , मनोज राय, बाबा बेधनाथ, आशु चौधरी “आशुतोष (बरेटा), कैलाश बिहारी चौधरी, नीतेश ठाकुर, संचालक प्रेमचंद पांडेय (भागलपुर) आदि ने अपनी अपनी प्रभावकारी रचनाओं का पाठ करते हुए मंत्रमुग्ध कर डाला। इसी इस दौरान बस्ती (उ०प्र०) से पधारे डॉ रामकृष्ण लाल जगमग की काव्य प्रस्तुति बेहद मनमोहक लगी अन्त में बाबा बैधनाथ ने कार्यक्रम की सफलता के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया।