डेस्क : बिहार अपने मेहनत और कर्म के लिए जाना जाता है। इसी राज्य के सिवान जिले से एक ऐसी कहानी सामने आ रही है जो आपको प्रेरणा देगी। जिले की एक महिला जिनका नाम सोनमती देवी है। यह अपनी दो बेटियों को दंगल सिनेमा की तरह मेहनत करके आज बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस में दरोगा बना दी है।
बेटियों को ट्रेनिंग देने में सोनमती ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ा ट्रेनिंग खुद देती रही। समाज से ताना तक सुनना पड़ा। इसके चलते रात में बेटियों को दौड़ने की प्रैक्टिस करवाती थी। यह कहानी आपको दंगल फिल्म याद दिला देगी। बता दें सिवान वाली कहानी “रील नहीं बल्कि रियल है।”
सोनमती देवी और उनकी दोनों बेटियों की वास्तविक कहानी काफी प्रेरणादायक है। इस अपार कामयाबी के पीछे एक बड़ी संघर्ष छिपी हुई है। जब मां ने अपनी बेटियों को ट्रेनिंग देना शुरू किया तो समाज उन्हें ताना देने लगे। इस थाने से बचने के लिए सोनमती देवी ने अपनी बेटियों को रात के 1:00 बजे से 3:00 बजे तक दौड़ाना शुरू कर दिया। बेटियां मेहनत करने में कभी पीछे नहीं हटी और इस मेहनत के परिणाम स्वरूप दोनों Bihar special armed Police में कमांडो पद पर तैनात है।
सिवान के महाराजगंज प्रखंड के जिगरहवां की निवासी सोनमती देवी पिछले कई सालों से बेटियों के साथ मेहनत करती आ रही है। इनकी कमांडो बेटी का नाम पूजा कुमारी और पुनीता कुमारी है। पूजा और पुनीता की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी जिससे उन्हें दो बार सिलेक्शन होते होते रहना पड़ गया। उनसे जॉइनिंग के लिए 8 लाख रुपए तक घूस भी मांगी गई थी।
अब दोनों बेटियों ने बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस में कमांडो बन कर माता पिता के लिए एक घर बनवा रही है। पूजा और पुनीता के पिता पेशे से राजमिस्त्री है। मां सोनमती देवी बताती है कि पूजा और पुनीता के पिता जीवन भर लोगों का मकान बनाए लेकिन इतने पैसे नहीं जुट पाए कि कभी अपना भी घर बनवाए। अब घर बनाने का सपना उनकी बेटियां पूरा कर रही है। कमांडो पूजा और पुनीता अपने माता-पिता के लिए अपने पैसों से एक शानदार मकान बना रही है। दोनों बेटियां पूरे राज्य के लिए एक मिशाल सिद्ध हुई है।