मनेर के शेरपुर में हुए नाव हादसे के शिकार लोगों के दर्द कम होने का नाम नहीं ले रहा है किसी ने अपना बेटा खोया तो किसी ने अपनी पत्नी और किसी ने अपनी बेटी।
नाव हादसे में लगभग 10 लोग गायब हुए थे जिसमें से 2 लोगों का शव एनडीआरएफ की टीम ने बरामद किया लेकिन अभी भी 8 लोगों की तलाश जारी है। नाव हादसे में 10 लोग लापता हुए थे, 10 लोगों के नाम भी प्रशासन ने जारी किए थे। जिसमें से 2 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं विनोद राय और कंपन देवी के शव बरामद किए गए हैं नाव हादसे वाले दिन काफी भयावह स्थिति थी हादसे के शिकार कंपन देवी के पति भोला प्रसाद भी सवार थे।
उनके अनुसार सारे लोग डूब रहे थे कोई घास तो कोई तैर कर पार होने की कोशिश कर रहा था वह भी पार कर रहे थे और तीन बार डूबे और फिर उभरे और जब उन्हें बांस का सहारा मिला तो बाहर निकल गए लेकिन उनकी पत्नी नदी में बहती हुई कहां चली गई उनको पता नहीं चला।
2 दिन के बाद शव बरामद किया गया और उन्हें सौंपा गया उनका दर्द आज भी झलक रहा है मौत के मुंह से निकले मृतक कंपन देवी के पति भोला प्रसाद का कहना है कि काफी मुश्किल भरा समय था । हम लोग रोज नाव से उस पार अपने मवेशियों का चारा लाने के लिए जाते थे और उस दिन भी गए थे और लौटते वक्त बीच धारा में उल्टा पड़ने की वजह से नाव पलट गई ।
और सभी नाव पर सवार 55 लोगों गंगा में डूब गए लेकिन किसी को नाव पर रखे घास का सहारा मिला तो किसी का उधर से नाव जा रही उसके बांस का, लोगों की जानें बची लेकिन अभी 10 में से 8 लोग के शव की बरामद नहीं किया गया उनकी तलाश एनडीआरएफ कर रही है प्रशासन भी लगी हुई है।