डेस्क : बिहार में काम कर रहे मजदूरों के लिए अच्छी खबर है। इन मजदूरों की दिहाड़ी मजदूरी में वृद्धि हुई है। इसके तहत 7 रूपये से 11 रूपये तक मजदूरी में बढ़ोतरी देखी जाएगी। इस बढ़ोतरी के बाद मजदूरों को रोजाना न्यूनतम 373 रूपये दिए जाएंगे। श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम की सहमति के बाद विभाग की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। सरकार के इस आदेश से राज्य के तीन करोड़ कामगारों को फायदा होगा।
बता दें कि 27 सितंबर को बिहार न्यूनतम वेतन सलाहकार बोर्ड की बैठक हुई थी। इस बैठक में नियोक्ताओं के प्रतिनिधि और ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधि मौजूद थे। इसी बैठक में तय हुआ कि तय मूल वेतन में दो फीसदी की बढ़ोतरी की जाए। बढ़ी हुई मजदूरी दर को 1 अक्टूबर से लागू करने का निर्णय लिया गया।
इसके तहत सामान्य कार्य के रोजगार में कार्यरत अकुशल श्रेणी के मजदूरों को सात रुपये प्रतिदिन बढ़ाकर 366 रुपये करने का निर्णय लिया गया। कुशल वर्ग को प्रतिदिन 380 रुपये से आठ रुपये की वृद्धि दी गई। वहीं कुशल कामगारों को 463 रुपए प्रतिदिन से 9 रुपए प्रतिदिन की वृद्धि दी गई।
वहीं श्रमिकों को 577 रुपये प्रति दिन 11 रुपये प्रतिदिन बढ़ाकर 566 रुपये दिए जाएंगे। जबकि लिपिक या पर्यवेक्षी कार्य करने वालों को 10 हजार 688 रुपये प्रति माह दिया जाएगा, जो रुपये के बजाय 210 रुपये की वृद्धि होगी। 10478 प्रति माह। न्यूनतम मजदूरी न मिलने की स्थिति में श्रमिक संबंधित प्रखंड के श्रम प्रवर्तन अधिकारी या पटना के नियोजन भवन स्थित श्रम संसाधन मुख्यालय में आवेदन कर सकते हैं। यदि शिकायत सही पाई जाती है तो उन नियोक्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।