बैसा /सिटी हलचल न्यूज़
पुर्णियां : सुख और समृद्धि का पर्व लक्ष्मी पूजा एवं रोशनी का पर्व दीवाली शांतिपूर्ण ढंग से सोमवार को संपन्न हो गया। दिवाली को लेकर पटाखों की दुकानों में पटाखों की जमकर खरीदारी हुई। दीप जलाने के बाद से शाम में बच्चे और बड़ों ने भी जमकर आतिशबाजी की
इसके बाद धन की देवी लक्ष्मी और प्रथम पूज्य गणेश की पूजा घर -घर हुई। इधर, विभिन्न पूजा स्थलों पर स्थापित मां काली के दर्शन करने के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा। पूजा के दौरान महिलाओं ने मां को खोईंछा भरकर रस्मों को निभाया। किलपाड़ा , रौटा, मालोपाड़ा, आसियानी
कानिमालदह, समेत दर्जनों गांव में मां काली की पूजा धूमधाम से की गई। पंडित यमुना झा ने बताया कि मां काली की दर्शन व पूजन करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती है। किलपाड़ा काली मंदिर में बकरे की बलि दी गई।