निजी भवनों में चलता है हल्का कचहरी, निजी कर्मी करते है सरकारी दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़

IMG 20220903 WA0120 पूर्णिया/डिम्पल सिंह

पूर्णिया/डिम्पल सिंह

बनमनखी:-पूर्णियां जिला के बनमनखी प्रखंड में सरकारी नियमों को ताक पर रख कर विभिन्न पंचायतों सहित प्रखंड मुख्यालय के निजी भावनों में हलका कचहरी का संचालन किया जाता है.जहाँ एक राजस्व कर्मचारी के पास दस-दस निजी व्यक्ति बिना पगार के काम करते नजर आते हैं.ऐसे में सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिना पगार के दस-दस निजी लोगों का गुजारा आखिर किस मद से होता है.यह कोइ एक-दो दिन की बात भी नही है, बल्कि साल के 365 दिन विभिन्न हल्का कचहरी में एसे लोगों का दबदबा देखा जाता है.जो लगान रशीद से लेकर अन्य सरकारी दस्तावेजों को अपने पास रख कर बेरोकटोक काम को अंजाम देते हैं.इस दौरान किसी रैयतों व किसानों से अवैध राशि लेकर सरकारी पंजी एवं दस्तावेज के साथ बिना किसी भय का छेड़छाड़ तक कर दिया जाता रहा है.जिसका खामयाजा बाद के दिनों में राजस्व कर्मचारी से लेकर अंचल अधिकारीयों को भुगतना पड़ता है

IMG 20220827 WA0117 पूर्णिया/डिम्पल सिंह

इस तरह का आये दिन कोइ न कोइ मामला प्रकाश में आता रहा है.जिसको लेकर राजस्व कर्मी से लेकर अंचल अधिकारीयों को फजीहत का सामना भी करना पड़ा है.बाबजूद इस दिशा में आज तक कोइ ठोस पहल नहीं किया गया.सूत्र बाताते हैं कि लगातार मिल रही इस तरह के शिकायत के अलोक में बिहार सरकार द्वारा निर्देश जारी किया गया था, कि विभिन्न निजी भावनों में चल रहे हल्का कचहरी को तत्काल प्रभाव से पंचायत भवन या पंचायत सरकार भवन में संचालित करें तथा सभी हल्का कचहरी के सरकारी दस्तावेजों को अंचल अभिलेखागार में सुरक्षित रखवा दें.ताकि सरकारी अभिलेख के साथ भविष्य में किसी तरह का छेड़छाड़ नहीं हो सके. लेकिन बनमनखी में सरकार के इस निर्देश का आज तक न तो पालन हो सका और न हीं हल्का कचहरी में पड़े सरकारी दस्तावेज सुरक्षित अभिलेखागार तक पहुचा. जिसके कारण आये दिन इस तरह का मामला प्रकाश में आते रहता है

IMG 20220716 WA0110 पूर्णिया/डिम्पल सिंह

पिपरा के दुखा दास व अनिल दास के मामले में खुद राजस्व कर्मचारी ने खोला था, सरकारी अभिलेख के साथ छेड़छाड़ का पोल:– 

See also  Toll Tax के नियमों मे हुआ बड़ा बदलाव – अब हाइवे पर नही कटेगा पैसा, जानें – नई व्यवस्था..

बनमनखी प्रखंड के पिपरा पंचायत के एक बुजुर्ग दंपति दुखा दास व नीरो देवी की 31.5 डिसमिल जमीन पिपरा मौजा में है.जिसका विधिवत नामांतरण करवाकर वे वर्षों से घर द्वार बना कर दखलकार हैं.पीड़ित बुजुर्ग दंपति की भूमि को हड़पने के उद्देश्य से गांव के हीं एक व्यक्ति द्वारा कथित एक केवला के आधार पर नामांतरण हेतु ऑफलाइन आवेदन किया गया.जिसे अंचल कार्यालय द्वारा खारिज कर दिया गया.इसके बाद वादी द्वारा भूमि सुधार उप समहार्ता के न्यायालय में खारिज मोटेशन के विरुद्ध अपील दायर किया.जहां भूमि सुधार उप समहार्ता द्वारा दोनो पक्ष के दस्तावेज को देख कर दोनो पक्ष को सुनकर वादी द्वारा लाये गए वाद को खारिज कर दिया.कुछ वर्षो के बाद वादी अनिल दास द्वारा वर्ष 2021 में नामांतरण कराने हेतु पुनः ऑनलाइन आवेदन दिया गया.बताया गया कि इस वार वे रुपये आदि के बल पर न केवल नामांतरण करा लिया बल्कि लगान राशिद भी प्राप्त कर लिया.इस मामले में तब और खलबली मच गयी थी जब जिलाधिकारी पूर्णियां ने खुद संज्ञान लेते हुए अनुमंडल पदाधिकारी को पुरे मामले की जाँच कर रिपोर्ट तलब किया.आनन-फानन में अनुमंडल पदाहिकारी द्वारा सम्बंधित राजस्व कर्मचारी,प्रभारी अंचल निरीक्षक एवं अंचलाधिकारी से स्पष्टिकरण की मांग किया.सूत्र बाताते हैं कि प्रभारी सीआई एवं सीओ का रिपोर्ट तो सामान्य था.लेकिन राजस्व कर्मचारी के द्वारा सौंपा गया रिपोर्ट ने बनमनखी के अधिकारीयों के बिच सनसनी मचा दिया था. बताया जा रहा है

IMG 20220820 WA0106 पूर्णिया/डिम्पल सिंह

कि स्पष्टीकरण के जबाब में प्रभारी राजस्व कर्मचारी अजित कुमार ने मोटेशन मामले में सीआई एवं सीओ को दोषी करार देते हुए कहा कि हल्का कचहरी के पंजी-2 में पूर्व के कर्मचारियों के समय छेड़छाड़ किया गया था.जिसके कारन दाखिल खारिज के रिपोर्ट करने में इस तरह की समस्या उत्पन्न हुई है.उन्होंने पिपरा के दुखा दास व अनिल दास के मामले में खुद को बेकसूर बताया और सारा दोष पूर्व के कर्मचारी व ऊपर के अधिकारी पर मढ़ दिया.बाद में जिसका खामयाजा राजस्व कर्मचारी अजित कुमार को भी भुगतना पड़ा.अपने हीं विभाग का पोल खोलने के आरोप में अंचल पदाधिकारी अर्जुन कुमार विश्वास ने राजस्व कर्मचारी को आवंटित सभी हलका का प्रभार से तत्काल मुक्त कराते हुए राजस्व कर्मचारी मो एजाज आलम को सौंप दिया गया.राजस्व कर्मचारी अजित कुमार के कथन से भले हीं विभागीय अधिकारी को तत्काल फजीहत झेलना पड़ा. लेकिन उसके कथन से यह तो स्पष्ट हो गया है कि विभिन्न निजी भावनों में चल रहे हल्का कचहरी में रखे गए सरकारी अभिलेख किसी भी सूरत में न कभी सुरक्षित रहा और न भविष्य में रहेगा.इसके लिए अब भी समय है कि स्थानीय अधिकारी सरकार के दिशा-निर्देश को पालन करते हुए गली मुहल्ला में चल रहे हल्का कचहरी को पंचायत भवन में शिप्ट करते हुए सभी सरकारी अभिलेख को तत्काल अंचल कार्यालय परिसर में संचालित हाईटेक अभिलेखागार में सुरक्षित करें.

See also  निर्माण लागत से अधिक खर्च किये गए हैं,आंगनबाड़ी भवन जीर्णोधार में, जांच में पकड़ी गयी अनियमितता

Leave a Comment