पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़
नीतीश कुमार सरकार के कैबिनेट विस्तार के तुरंत बाद मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया है।राजद के कोटे से 16 विधायकों को मंत्री बनाया गया है. वहीं, जदयू के 11 विधायकों को मंत्री बनाया गया है. जबकि कांग्रेस के 2, हम का 1 और 1 निर्दलीय विधायक को मंत्रिपद की शपथ दिलाई गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृह मंत्रालय अपने पास रखा है. जबकि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को स्वास्थ्य मंत्रालय दिया गया है। तेजस्वी के बड़े भाई तेजप्रताप यादव को पर्यावरण एवं वन मंत्रालय दिया गया है
वहीं सरकार में सीमांचल की भागेदारी को देखे तो पूर्णिया को 2 मंत्री कोटा मिला है, वहीं अररिया के जिम्मे एक कोटा गया है, जबकि किशनगंज और कटिहार से किसी को मंत्री नहीं बनाया गया है। पूर्णिया के कसबा विधानसभा से 3 बार से जीत रहे कांग्रेस विधायक आफाक आलम को पशुपालन मंत्री बनाया गया है। वर्ष 2005 में ये पहली बार पप्पू यादव की कृपा से समाजवादी पार्टी के विधायक बने थे। उनके मंत्री बनने से उनके गाँव जियनगंज मे खुशी का माहौल है। मंत्री बनने को लेकर काँग्रेस के कटिहार कदवा से विधायक शकील अहमद खान और आफाक आलम के बीच पेंच फस गया था। फिर वरीयता के हिसाब से आफाक आलम को मंत्री बनाया गया
वहीं पूर्णियाँ जिले के धमदाहा विधानसभा से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खास सिपासलाहकार लेसी सिंह तीसरी बार मंत्री बनी है, उन्हें पहले वाला ही खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग दिया गया है। लेसी सिंह वर्ष 2000 में समता पार्टी के चुनाव चिन्ह मशाल छाप से विधायक बनी थी। समता पार्टी के जदयू में विलय होने के बाद जदयू में आ गई। लेसी सिंह भी 3 बार से विधायक है। मुस्लिम बहुल सीमांचल एरिया से सिंर्फ एक विधायक को मंत्री बनाया गया है जो राजद कोटे से आते है
राजद के कद्दावर नेता रहे मरहूम तस्लीमुद्दीन के पुत्र शाहनवाज आलम को मंत्री बनाया गया है। शाहनवाज अररिया जिले के जोकीहाट से विधायक है। वे ओबैसी की पार्टी एआईएमआईएम से जीतकर विधायक बने थे। अभी एक माह पूर्व ही अपने 4 विधायको के साथ पाला बदलकर राजद में गए है और मंत्री बन गए है। वही दूसरी तरफ किशनगंज और कटिहार से एक भी मंत्री न बनाये जाने से दोनो जिला के लोगो के बीच मायूसी देखी जा रही है। सोशल मीडिया पर लोग जमकर भड़ास निकाल रहे है।