पंचायतों में बनाईं गई समुदायिक शौचालय कही बना पशु शेड कही जंगल खाना, महादलित परिवार आज़ बाहर शौच को मजबूर

पूर्णिया।विकास कुमार झा

रुपौली प्रखंड क्षेत्र के आठरह पंचायत में 26 समुदायिक शौचालय का निर्माण लोहिया स्वक्षता मिशन के तहत करवाया गया था, जिसे महादलित टोला में सरकारी जमीन उपलब्ध करवाकर बनावाया गया, लेकिन इसके बनने की शुरुआत से ही इसमें भ्रष्टाचार हावी हो गई, प्रखंड में बैठे सफेद पोश भ्रष्टाचारियों के नजर इस योजना पर पड़ गई एवं उन्होंने इस महत्वपूर्ण योजनाओं पर भी अपने गिद्ध की नजर बैठाकर इसे अधिकारियों के संग मिलकर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा गए।

रुपौली प्रखंड क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गिरधर पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर 11 बनें शौचालय,सिंहपुर दियारा पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर 10 में बनें, शौचालय ,भिखना पंचायत के बाकी गांव में बनी शौचालय आदि जगहों का जब सिटी हलचल टीम के द्वारा देखा गया तो कहीं शौचालय भवन का निर्माण तो किया गया है,लेकिन सोख्ता ही नहीं लगाया गया है,वही कही पर शौचालय का रंग रोगन देखते ही बनता है,लेकिन अंदर की स्थिति बद से बद्तर है,कही पानी का टंकी तो लगाई एजेंसी लेकिन कनेक्शन करना भोल गाई।इस तरह का अमूमन सभी पंचायतों में समुदायिक शौचालय का हाल है, जिससे यह प्रतीत होता है सरकार के अधिकारी सरकार के लोहिया स्वक्षता मिशन को नाकामयाब करने पर तुले हुए हैं, एवं यह कही ना कही महादलित परिवार का भी अपमान है,

बाकि गांव के अर्जून ऋषि ने बताया अपने ज़मीन पर घर तोड़कर शौचालय निर्माण के लिए जमीन दिए ताकि बाहर शौच जाने से मुक्ति मिल जाए,लेकिन वह सिर्फ सपना ही रह गया, रुपौली लोहिया स्वक्षता मिशन के कोऑर्डिनेटर अजय कुमार मंडल से जब शौचालय की बदहाली पर पूछें तो वह बोलें सब जगहों का यही हाल है,हम नाए है,जब जिम्मेदार अधिकारी ही अपना पल्ला झाड़ने लगे फिर तो विकास की बात बेमानी ही होगी, जबकि दो तरह का शौचालय का निर्माण प्रखंड क्षेत्र में लोहिया स्वक्षता मिशन के तहत करवाया गया था एक था दो लाख की लागत से एवं दुसरा था तीन लाख की लागत से बनने वाला शौचालय, जिसका निर्माण पंचायत कार्यकारी एजेंसी के द्वारा करवाया गया था। निर्माण तो करवाया गया लेकिन ऐसा निर्माण कराया गया जिनमें जमकर भ्रष्टाचार की गई है, लेकिन इस और देखने वाला कोई नहीं, वही एक समय था जब सरकार के आला अधिकारी तक गांव को पहुंच सामुदायिक शौचालय का निर्माण जोर शोर से करवा रहे थे,

 पूर्णिया के तत्कालीन जिला पदाधिकारी राहुल कुमार के द्वारा वर्ष 2020 में रक्षाबंधन के दिन महादलित महिला को समुदायिक शौचालय का चाभी सौंपकर दर्शाया था कि कितना महत्वपूर्ण योजना है लेकिन वह बात अब दिगार कि हैं।अब तो सरकार के जिम्मेदार अधिकारी इस मामले से पल्ला झाड़ते हैं, जिला पंचायतीराज पदाधिकारी राज कुमार कहते हैं, यह मेरे अंदर के मामला नहीं है ,यह उप विकास आयुक्त का मामला है।इस मामले पर रुपौली प्रखंड विकास पदाधिकारी परशुराम सिंह से जब समुदायिक शौचालय की बदहाली पर सवाल किए तो उन्होंने कहा सभी जगह दिखवा लेते हैं, गंभीर मामला है ,जांच की जाएगी।

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