पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़
हजूर ससुराल वाले कहते हैं कि अपने बाप को कहो जमीन बेचकर रुपैया देगा। जब तक रुपया लेकर नहीं आओगी तब तक तुमको घर मे नहीं रखेंगे। हुजूर मुझे तीन पुत्र है, मेरा पति मेरा सोना चांदी जेवर सब बेच दिया है। इसके बाद भी मुझे सोना चांदी नहीं चाहिए मुझे बस पति से मिलवा दिया जाए कब तक मैं आने माँ बाप के यहाँ रहूंगी। पंचायत में भी हुआ है परंतु मेरा पति पंचायत नहीं मानता है। प्रतिबादी पति आरोपों का खंडन करता है समझाने के बाद दोनों पति-पत्नी सारे गिले- शिकवे भूलकर आपस में मिल जाते हैं
के.नगर थाना की एक माँ ने अपनी पुत्री के कष्ट को देखकर पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में पुत्री को न्याय दिलाने की गुहार लगाई। बताई की दामाद भरण-पोषण ठीक से नहीं करता है। मां यह भी बताती है की उसकी पुत्री को दो बच्चा हुआ है वह भी ऑपरेशन से हुआ है, तीसरा बच्चा पेट में ही मर गया। उसे बड़ी मुश्किल से पेट से निकाला गया मेरी बेटी काफी कमजोर हो गई है घरेलू कामकाज करने में अभी असमर्थ है। पति आश्वासन देता है की पत्नी कि हर सुख सुविधा का ध्यान रखेगा। दामाद से आश्वासन पाकर सास बेटी को केंद्र से ही विदा करने के लिए राजी हो गए
मामले को सुलझाने में केंद्र की संयोजिका साह महिला थाना अध्यक्ष किरण वाला, सदस्य दिलीप कुमार दीपक, स्वाति वैश्ययंत्री, रविंद्र शाह जीनत अमान एवं कार्यालय सहायक नारायण गुप्ता ने अहम भूमिका निभाई। शुक्रवार को केंद्र में कुल 25 मामलों की सुनवाई की गई जिसमें से 12 मामले को निष्पादित किया गया 8 मामलों में पति-पत्नी को मिला दिया गया 4 मामले में जिद्दी पति पत्नी को थाना अथवा न्यायालय की शरण लेने का सुझाव दिया गया।