तीन टी20 मुकाबलों की सीरीज में भारतीय टीम की शुरुआत निराशाजनक रही. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 मुकाबलें में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने चार विकेट से पहला मुकाबला जीतकर सीरीज में 1-0 से आगे है. पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 20 ओवरों में 208 रन बनाए. 209 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 4 गेंद शेष रहते यह मुकाबला अपने नाम कर लिया. टीम इंडिया के गेंदबाज बुरी तरह फ्लॉप साबित हुए और लक्ष्य को डिफेंड करने में सफल नहीं हुए.
खराब गेंदबाजी के साथ साथ भारतीय टीम की फील्डिंग भी औसत ही रही. इस मैच में भारतीय टीम ने तीन अहम कैच छोड़े जिनमें एक कैच प्लेयर ऑफ द मैच बने कैमरून ग्रीन का था. गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार (52) और हर्षल पटेल(49) ने मिलकर 8 ओवरों में कुल 101 रन खर्चे. यह सभी चीजें भारतीय टीम के पक्ष में नहीं रही.
अब टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भारतीय टीम की जमकर आलोचना की है. उन्होंने कहा कि टीम में आप अभी देखेंगे तो कोई प्रतिभा (बेस्ट फील्डर) नहीं दिखती. रविंद्र जडेजा टीम में नहीं है, कोई एक्स- फैक्टर नहीं है. ऐसे में कैसे मैच जीते जायेगें.
शास्त्री ने कहा, “बतौर फील्डिंग पिछले 5-6 सालों की टॉप भारतीय टीमों के आसपास भी नहीं है मौजूदा टीम. बड़े टूर्नामेंट में इसका बुरा असर पड़ेगा. इसका मतलब है कि आपको बैटिंग में 15-20 रन ज्यादा बनाने होंगे. क्योंकि आप मैदान में देखेंगे प्रतिभा कहां है? रवींद्र जडेजा नहीं है एक्स फैक्टर कहां हैं?” शास्त्री ने आगे कहा, “टीम का फील्डिंग स्टैंडर्ड देखकर मैं आज सबसे ज्यादा निराश था. मेरा मतलब है कि यह बहुत ही लचर थी. जब फील्डिंग की बात आती है, तो आपको बड़े टूर्नामेंट में बड़ी टीमों को हराने की जरूरत है.”