फर्जी नर्स और पारा स्टाफ बनकर कर रहे थे काम, सुरक्षा अधिकारियों ने 11 लोगों को पकड़ा

राजधानी पटना के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल से 6 फर्जी नर्स और 5 पारा मेडिकल स्टाफ अवैध रूप से ड्यूटी करते पकड़े गए।

अस्पताल की इमरजेंसी से लेकर वार्ड तक में अवैध रूप से प्रवेश कर फर्जी नर्स और पारा मेडिकल छात्रों द्वारा मरीज की जांच और इलाज से संबंधित प्रशिक्षण लेने की लंबे समय से शिकायत मिल रही थी। शिकायत के आलोक में अस्पताल प्रशासन के विशेष दिशा निर्देश पर अस्पताल में तैनात सुरक्षा एजेंसी की विशेष टीम ने औचक छापेमारी कर इमरजेंसी समेत विभिन्न विभागों से 6 फर्जी नर्स और 5 पारा मेडिकल छात्रों को पकड़ लिया।

पूछताछ और जांच के दौरान आरोपियों ने कोई भी पहचान पत्र और अस्पताल में प्रवेश का अधिकृत प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं किया। बाद में अस्पताल अधीक्षक के मौखिक आदेश पर अस्पताल में तैनात सुरक्षा अधिकारी कैप्टन नरेंद्र कुमार द्वारा अस्पताल परिसर स्थित पुलिस पोस्ट में इन सभी से व्यक्तिगत माफीनामा लिखवा कर इन्हें बांड पर छोड़ दिया गया।

बताया जाता है कि विभिन्न प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज और पारा मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राएं अवैध तरीके से अस्पताल में आकर ट्रेनिंग ले रहे थे। मौके से पकड़े गए फर्जी नर्स और पारा मेडिकल छात्रों ने बताया कि एनएमसीएच के ही नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ के कहने पर वे लोग फर्जी तरीके से ट्रेनिंग ले रहे थे। मौके पर मौजूद एनएमसीएच के सुरक्षा अधिकारी कैप्टन नरेंद्र कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बॉन्ड पेपर पर माफीनामा लिखवा कर नर्सिंग छात्राओं और पारा मेडिकल छात्रों को छोड़े जाने की बात कही।

फर्जी नर्स और पारा स्टाफ बनकर कर रहे थे काम राजधानी पटना के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल से 6 फर्जी नर्स और 5 पारा मेडिकल स्टाफ अवैध रूप से ड्यूटी करते पकड़े गए।

एक साथ ग्यारह फर्जी नर्स और पारा मेडिकल स्टाफ के पकड़े जाने पर अस्पताल के स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवालिया निशान उठ खड़ा हुआ है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि इन फर्जी नर्स और पारा मेडिकल स्टाफ से किसी मरीज की जान भी जा सकती है, जिसकी सारी जवाबदेही अस्पताल प्रशासन की होगी। पूरे मामले पर पूछे जाने पर अस्पताल प्रशासन ने इस पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से सीधे तौर पर इंकार कर दिया है।।

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