पूर्णिया/बालमुकुन्द यादव
बिहार बीजेपी के कुछ वरिष्ठ नेताओं द्वारा ‘पटना कोर्ट पेशी’ प्रकरण पर पूर्व सांसद आनंद मोहन के विरुद्ध टिप्पणियो के खिलाफ फ्रेंड्स ऑफ आनंद के कार्यकर्ताओं का राज्यव्यापी विरोध रविवार को भी जारी रहा।कार्यकर्ताओं ने पूर्णियां में कुंवर सिंह स्मारक चौक पर भाजपा नेताओं सुशील कुमार मोदी, गिरिराज सिंह और संजय जायसवाल का पुतला दहन कर आक्रोश का इजहार किया।उनका आरोप था कि बगैर वीडीओ सबूत कुछ स्टील फोटो ग्राफ्स को काट-छांट, तोड़-मरोड़ बेवजह
बबाल खड़ा कर इन सब ने स्वतंत्रता सेनानी परिवार में जन्मे और स्वयं जेपी सेनानी रहे साहित्यकार पूर्व सांसद आनंद मोहन की छवि को नुकसान पहुंचाने कोशिश की है। उनपर कानून के उलंघन का आरोप लगा कर गरीब सिपाहियों की नौकरी से खिलवाड़ किया है। जबकि दुनिया जानती है कि जी.कृष्णैया मामले में न्यायालय का सम्मान करते हुए निर्दोष रहते,उन्होंने धैर्य पूर्वक पूरे 14 वर्ष की सज़ा काट दी
नेताओ ने कहा कि आज कोई ये प्रश्न नहीं उठाता कि सजा पूरी करने बाद वो जेल में क्यों हैं? जब राजीव गांधी के हत्यारे छूट सकते हैं तो बेगुनाह आनंद मोहन क्यों नहीं? नेताओं ने कहा कि बीजेपी की बौखलाहट के पीछे का कारण यह है कि वह इस सच्चाई से अवगत है कि जिस दिन आनंद मोहन जेल से रिहा होंगे, उनका आधार वोट ध्वस्त हो जाएगा।न्होंने बिहार में केंद्रीय एजेंसी ईडी और सीबीआई द्वारा विपक्षी नेताओं के ठिकानों पर रेड की कड़ी निंदा की और इसे विपक्ष को डराने-धमकाने और आवाज़ दबाने का हथकंडा बताया।