कोढ़ा/ शंभु कुमार
कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र के बावनगंज पँचायत अंतर्गत बड़गांव दुर्गा मंदिर परिसर में विजयादशमी के एक दिन बाद गुरुवार को आदिवासी समाज के द्वारा समाज के द्वारा भव्य मेला का आयोजन किया गया। बताया जाता है कि आदिवासी समाज के द्वारा विजयादशमी के एक दिन बाद मंदिर परिसर में मेला लगाया जाता है। आयोजित इस मेले में आदिवासी समाज के द्वारा भव्य रूप से आदिवासी समाज के रीति रिवाज के अनुसार पूजा अर्चना की जाती है
मंदिर परिसर में लगे भव्य मेला को लेकर आदिवासी समाज के लोगों में काफी उत्साह की देखा जाता है। आयोजित किस मेला में जहां अनेकों प्रकार के खेल का आयोजन किया जाता है। वहीं इस मेले में आदिवासी समाज के बच्चे एवं बच्चियों का शादी विवाह भी कराया जाता है। बताया जाता है कि इसी मेले मे आदिवासी समाज के लड़का व लड़की दूसरे को (यानी अपने जीवन साथी) को पसंद करता है जिसके बाद लड़की को अपना घर लेकर जाता है। और यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है
जिसका की पालन आज भी आदिवासी समाज के लोग कर रहे है। मंदिर के बारे में स्थानीय मुखिया बलराम मोहाली ने बताया कि राजा दरभंगा के द्वारा इस मंदिर की नींव रखी गई थी। और बताया जाता है कि यह मंदिर कई वर्ष पुराना है यहां झारखंड सहित दूर दराज से आदिवासी लोग पूजा करने पहुंचते है। इस मंदिर की काफी प्रसिद्धि है। यहां सभी तबके व समाज के लोग पूजा करने पहुंचते है। वहीं मेला को सफल बनाने में स्थानीय ग्रामीणों की अहम भूमिका रही।