कोढ़ा/शंभु कुमार
कोढा प्रखंड क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अन्नप्राशन दिवस मनाया गया गया। इस अवसर पर सभी केन्द्रों पर छह माह के बच्चों को पूरक आहार दिया गया एवं शिशु के छह माह पूरे होने के बाद उनके बेहतर पोषण के लिए जरुरी पूरक आहार पोषाहार के विषय में जानकारी भी दी गई पूरक आहार ससमय मिलने से बच्चों में उम्र के हिसाब से शारीरिक व मानसिक वृद्धि होती रहती हैं। प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या- 50,51 ,54,55 व 52 पर भी आयोजित कार्यक्रम के दौरान काफी संख्या में महिलाएं मौजूद थी।
अन्नप्राशन दिवस प्रत्येक माह के उन्नीस तारीख को मनाया जाता है कार्यक्रम के दौरान दिनांक 19/08/2022 दिन शुक्रवार को महिला पर्यवेक्षिका गायत्री कुमारी के द्वारा औचक निरीक्षण कर अपने मजदुगी में बच्चों का अन्नप्राशन करवायी तथा बच्चों के माताओं को अन्नप्राशन की महत्ता को बताती हुई आवश्यक जानकारी दी। पोषक क्षेत्र की लाभुक बच्चों को छह माह पूर्ण हुये माह के शिशु को खीर खिलाकर इसकी शुरुआत की गयी है। इस दौरान अन्य धात्री माताओं को भी पूरक आहार के विषय में एवं सा़फ-सफाई के बारे में जानकारी दी गई। धात्री माताओं को उबली हुई सब्जी, के साथ मसला हुआ दलिया एवं अन्य पूरक भी खिलाने के विषय में बताया गया। सेविका डेजी कुमारी ने बताई की
कुपोषण से बचाने के लिए छह माह तक सिर्फ स्तनपान एवं इसके बाद स्तन पान के साथ पूरक आहार बहुत जरुरी होता है। छह माह से 23 माह तक के बच्चों के लिए यह अति आवश्यक है। छह से आठ माह के बच्चों को दिन भर में दो से तीन बार एवं नौ से 11 माह के बच्चों को तीन से चार बार पूरक आहार के साथ 12 माह से दो साल तक के बच्चों को घर में पकने वाला भोजन भी देना चाहिए। इस दौरान शरीर एवं दिमाग का विकास तेजी से होना शुरू होता है। स्तनपान के साथ ऊपरी आहार की भी जरूरत होती है। महिला पर्यवेक्षिका गायत्री कुमारी ने बतायी कि इसके लिए नियमित रूप से धात्री माताओं को इसके विषय में जानकारी दी जाती है।