बिहार के कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह पर लगे आरोप पर लालू यादव और नीतीश कुमार ने दिया जवाब, जानें क्या कहा

लाइव सिटीज पटना: बिहार सरकार के कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. उनके खिलाफ कोर्ट से अपहरण के मामले में वारंट जारी किया है. जिसको लेकर बीजेपी हमलावर है. नीतीश सरकार के कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह को लेकर जारी वारंट पर लालू यादव ने कहा कि ऐसा कोई मामला नहीं है. उन्होंने बीजेपी सांसद सुशील मोदी पर पलटवार करते हुए उन्हें ‘झूठा’ आदमी करार दिया. लालू प्रसाद ने सुशील मोदी के आरोपों पर कहा कि सुशील मोदी झूठा आदमी है. ऐसा कोई मामला नहीं है. वहीं इस मामले पर सीएम नीतीश कुमार का भी बयान सामने आया है. सीएम नीतीश ने कहा कि इस मामले में मुझे कोई जानकारी नहीं है.

दिल्ली से पटना आने के दौरान लालू यादव ने 2024 के लोकसभा चुनाव पर कहा कि हमें तानाशाह सरकार को हटाना है. हमें पीएम नरेंद्र मोदी को हटाना है. दरअसल आरजेडी के एमएलसी और बिहार सरकार में कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह को लेकर बवाल मचा हुआ है. कहा जा रहा है कि कार्तिकेय सिंह पर कोर्ट से वारंट जारी हुआ लेकिन मंगलवार को बिहार में हुए कैबिनेट विस्तार में उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली. कार्तिकेय सिंह का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. वहीं कार्तिकेय सिंह ने भी अपने उपर लगे आरोप को गलता बताया है.

बीजेपी नेता सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि कार्तिकेय सिंह को इसलिए कानून मंत्री बनाया गया है ताकि आरजेडी नेताओं सुरेन्द्र यादव, ललित यादव, रामानंद यादव जैसे लोगों पर जितने भी केस हैं उसको खत्म किया जाए. उन्होंने कहा कि कार्तिकेय सिंह की क्या योग्यता है. सबसे बड़ी बात है कि जिस व्यक्ति के खिलाफ वारंट है उसे क्यों मंत्री बनाया गया. अगर सीएम को इस बारे में जानकारी नहीं थी तो अब वह कार्तिकेय को बर्खास्त कर दें. वहीं कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह के वारंट पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा हम उम्मीद करते हैं कि पटना उच्च न्यायालय इस पर गंभीरता से ध्यान देगा. नीतीश कुमार कुछ तो हिम्मत दिखाइए, मैं अपेक्षा करता हूं कि कार्तिकेय सिंह को बर्खास्त किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

बता दें कि साल 2014 में बिहटा थाना क्षेत्र में बिल्डर राजू सिंह के अपहरण मामले में विधायक अनंत सिंह के अलावा कार्तिकेय सिंह भी आरोपी बनाए गए थे. पहले ऐसी खबर आई कि उन पर वारंट जारी हुआ है और वह फरार चल रहे हैं. कोर्ट ने कार्तिकेय सिंह की गिरफ्तारी पर 1 सितंबर तक रोक लगा दी है. मंगलवार को बिहार के कानून मंत्री बने कार्तिकेय सिंह ने इस मामले में अग्रिम जमानत याचिका 201/22 दाखिल की थी. कोर्ट ने इस केस में 12 अगस्त 2022 को अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए गिरफ्तारी पर अगली तिथि 1 सितंबर 2022 तक रोक लगा रखी है.

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