बिहार: पहली बार में बन गए BPSC टॉपर, लेकिन नहीं बन पाएंगे DSP, सुधीर कुमार का सपना रह गया अधूरा


लाइव सिटीज पटना: बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से 66वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा (BPSC 66th Result) 2022 का फाइनल रिजल्ट जारी हो गया है. वैशाली के सुधीर कुमार पहली बार में ही BPSC की 66वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में टॉपर बने हैं. सुधीर कुमार की इच्छा थी कि वे डीएसपी बने, लेकिन उनका यह सपना अधूरा ही रह गया. दरअसल चेस्ट कम होने की वजह से BPSC टॉपर सुधीर कुमार का कमर्शियल टैक्स ऑफिसर के रूप में सलेक्शन हुआ है. उन्होंने IIT कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग की है.


BPSC टॉपर सुधीर कुमार ने बताया कि मेरे पिता वीरेन्द्र कुमार महुआ पोस्ट ऑफिस में कार्यरत हैं. मां प्रमिला कुमारी राजापाकड़ में एनएनएम हैं. उन्होंने बताया कि मैंने 2019 में ग्रेजुएशन आईआईटी कानपुर से की है. मेरा मन प्राइवेट जॉब में जाने का नहीं था. महुआ में वेब क्लासेज नाम से मैंने अपना कोचिंग शुरू किया था. लेकिन जब कोविड में दिक्कत शुरू होने लगी तो दिल्ली चले गए. दिल्ली में हम चार साथी एकसाथ रहकर तैयारी कर रहे थे. सुधीर ने बताया कि मेरी इच्छा डीएसपी बनने की थी. लेकिन मेरा चेस्ट कम है इसलिए कमर्शियल टैक्स ऑफिसर के लिए मेरा चयन हुआ है. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद नहीं थी कि मेरा चयन हो पाएगा, लेकिन मेरे दोस्तों का कहना था कि तुम टॉप करोगे.

BPSC टॉपर सुधीर कुमार बताते हैं कि मुझे फैमिली का काफी सपोर्ट मिला. मेरे मां- पिता सहित दोनों बड़ी बहनों प्रीति और प्रतिभा ने हमेशा मोटिवेट किया. उन्होंने बताया कि सुभाष चंद्र बोस मुझे सबसे ज्यादा आकर्षित करते हैं. उनसे मैं काफी प्रभावित हूं. उनका डिटर्मिनेशन काफी मजबूत था और अपने विचारों पर वे हमेशा अडिग रहे. बता दें कि बीपीएससी 66वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में कुल 685 अभ्यर्थी सेलेक्ट हुए हैं. पटना के अलावा कई छोटे शहरों के अभ्यर्थियों ने भी इसमें बाजी मारी है. टॉप-10 में कम से कम छह ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. वहीं महिलाओं की टॉपर मोनिका श्रीवास्तव भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. उन्होंने ओवरऑल छठी रैंक हासिल की है.


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