डेस्क: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। जिले के कुढ़नी प्रखंड के दरियापुर कफेन गांव के एक मृतक व्यक्ति के नाम पर 142031 रूपये का बिल आया है। इस बिल के पीछे की कहानी काफी अजीबो गरीब है। दरअसल, जिनके नाम से यह बिल आया है उनकी मृत्यु साल 2012 में हो गई थी।
इसके बाद मृतक के नाम पर 2018 में बिजली बिजली कनेक्शन लेने की जानकारी विभाग ने परिवार वालों को दिया। इसके बाद 3 साल बाद मृतक विनय ठाकुर के छोटे बेटे रत्नेश के बिजली बिल में उनके बकाया राशि जोड़ दिया गया। परिवार वाले हैरान होकर अधीक्षण अभियंता को आवेदन देते हुए शिकायत दर्ज की। इसके बाद अधीक्षण अभियंता ने जांच के लिए आदेश दे दिए।
मृतक के बड़े बेटे ब्रजेश बताते हैं कि उनके पिता की मृत्यु 1 जुलाई 2012 को हो गई थी। इसके बाद 2021 के सितंबर महीने में बिजली विभाग के द्वारा सूचना आती है कि आपके पिता के नाम पर भी बिजली कनेक्शन पूर्व से है। इसके बाद बृजेश विभाग में शिकायत दर्ज करने के बाद जानना चाहा कि किस आधार पर मृतक के नाम पर 2018 में बिजली कनेक्शन दिया गया। कई दिनों तक लगातार चक्कर काटने के बाद भी उन्हें जानकारी हाथ नहीं लगी। उसके बाद उन्होंने आरटीआई फाइल कर बिजली विभाग से विवरण मांगी।
बृजेश का कहना है कि इस वर्ष मई के महीने में उन्हें 2018 के जुलाई महीने से 2021 के मई तक का बिजली का बिल सौंपा गया। इसमें 142031 रुपए का बिल था। मृतक के बेटों का सवाल है कि जब 2012 में पिता की मृत्यु हो गई तो 2018 में उनके नाम से कनेक्शन किस आधार पर दिया गया। इस संबंध में विद्युत अधीक्षण अभियंता पंकज राकेश ने बताया कि उपभोक्ता के मरने की जानकारी विभाग को नहीं दी गई थी। अब इस मामले की जांच करने के लिए कार्यपालक अभियंता को निर्देश दे दिया गया है।