डेस्क : बिहार सरकार पर विपक्ष हमलावर हो रहे हैं। इन पर अपनी चेहरा चमकाने का आरोप लगाया जा रहा है। दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा 10449 पुलिसकर्मियों को नियुक्ति पत्र सौंपा जा रहा है। अब ध्यान देने वाली बात यह है कि एक ही पद के लिए कितनी बार नियुक्ति पर दी जाएगी?
मिली जानकारी के मुताबिक जिन पुलिस कर्मियों को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा नियुक्ति पत्र सौंपा जा रहा है। इन सभी पुलिसकर्मियों को पूर्व में ही नियुक्ति पत्र मिल चुके हैं। यहां तक कि यह पुलिसकर्मी अभी ट्रेनिंग में है।
बता दें कि सभी दरोगा को रीजनल डीआईजी और आईजी के द्वारा नियुक्ति पत्र दे दिया गया है। इसमें से कुछ पदों पर बहाली हुए पुलिसकर्मियों को जनवरी महीने में तो कुछ को 1 महीने पहले नियुक्ति पत्र दे दिए गए हैं। सिपाही के पद पर बहाली हुए पुलिसकर्मी को जिले के एसपी ने अपनी ओर से नियुक्ति पत्र दिया है। अब ध्यान देने वाली बात यह है कि जब पहले नियुक्ति पत्र दे दिया गया है तो फिर दोबारा से देने का क्या मतलब बनता है।
इस संबंध में बिहार पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता और एडीजी मुख्यालय जे एस गंगवार से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने सीधा जवाब नहीं दिया। गंगवार ने साफ कहा कि मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि पहले नियुक्ति पत्र सुपर जा चुके हैं। आगे उन्होंने कहा कि यह एक राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है इसमें सभी को समेकित रूप से नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। वही इस मामले पर बिहार की राजनीति गरमाई हुई है विपक्ष लीडिंग कमेंट पर जमकर बरस रही है।