डेस्क : बिहार में कुछ भी संभव हो सकता है। खासकर, चोरी के मामले में.. ऐसा हम इसलिए कह रहे है। क्योंकि बिहार में आए दिन ऐसी ही चोरी की घटनाएं सामने आती रहती है जिसे जानकर हर कोई हैरान रह जाता है। कभी दिनदहाड़े पुल ही चोरी हो जाता है तो कभी स्कूल ही गायब हो जाता है। इस बार चोरों ने रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचा दिया। चलिए आपको विस्तार से बताते हैं।
गढ़हरा रेल यार्ड में एक सुरंग बनाकर रेल इंजन के चोरी की गए पार्ट्स के मामले में पकड़ाए मुंशी नंदलाल साह से पूछताछ हुयी, उसने रेलवे से चोरी किए गए इंजन के पार्ट्स एवं अन्य सामान को दिल्ली में खपाए जाने की बात बतलाई। रेलवे के सूत्रों का कहना है कि मनोहर साह की चांदनी चौक की कबाड़ दुकान प्रभात नगर के घर-गोदाम से कई गुना ज्यादा बड़ी है।
वहां जाने से रेल इंजन का और भी कुछ सामान बरामद हो सकता था। लेकिन पुलिस वहां गयी ही नहीं। अन्य सामान बरामद करने में RPF की टीम मात खा गई। आपको बता दें कि रेलवे के चोरी के सामान खरीदने वाले मनोहर साह के केवल एक ठिकाने भगवानपुर स्थित प्रभात नगर मुहल्ले के आवास पर ही छापेमारी की गयी। वहां से 13 बोरा इंजन के स्क्रैप जब्त कर उसके चाचा मुंशी नंदलाल साह दबोचा भी गया। वहीं, चांदनी चौक और उसके गांव बोचहां RPF की टीम गई ही नहीं। वहां से कुछ और सुराग भी हाथ लग सकते थे।
पहले से ही चल रहा हैं चोरी का खेल
पहले से ही चल रहा हैं चोरी का खेल
इधर, RPF की टीम पर भी बड़े पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कहा यह जा रहा है कि रेल की बदनामी के चलते कम सामान बरामद करने के लिए केवल उसके प्रभात नगर मुहल्ले में ही छापेमारी की गयी। बताया यह जाता है कि गढ़हरा RPF इंस्पेक्टर सुनील कुमार पांडेय 6 महीना पहले स्थानांतरित होकर वहां गए हैं।
ऐसी आशंका है कि इसके पहले से चोरी खेल चल रहा होगा। स्थानीय लोगों ने इसका उद्भेन भी कराया। पूर्व मध्य रेल के मुख्य सुरक्षा आयुक्त एससी पाढ़ी ने कहा कि इस कांड को लेकर एक स्पेशल टीम गठित की गई हैं। गढ़हारा RPF द्वारा शुक्रवार की शाम तक पूछताछ की गई। बेगूसराय के रहने वाले CRPFके रिटायर गार्ड चंदन कुमार और मुंशी नंदन लाल साह को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।