लाइव सिटीज पटना: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन सरकार के कैबिनेट का मंगलवार को विस्तार भी हो गया. उधर बिहार के सियासी हालात को लेकर दिल्ली में बिहार बीजेपी कोर कमेटी की बैठक हो रही है. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रास्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बिहार बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद हैं. बीजेपी मुख्यालय में हो रही इस बैठक में बिहार में बीजेपी की विपक्ष की भूमिका और उनके द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. साथ ही बिहार बीजेपी के नए प्रमुख के चयन, विधानसभा और विधान परिषद में एलओपी के चुनाव पर चर्चा की उम्मीद बैठक में जताई जा रही है. बैठक में जेपी नड्डा, तार किशोर प्रसाद, गिरिराज सिंह, शाहनवाज हुसैन, सुशील मोदी और अश्विनी चौबे समेत कई बड़े नेता मौजूद हैं.
दरअसल बिहार में सरकार से बाहर होने के बाद भाजपा की चुनौती फिलहाल नेता प्रतिपक्ष चुनने की है. जिसको लेकर दिल्ली में बैठक बुलाई गई है. बताया जा रहा है कि कोर कमेटी में नामों पर मंथन के बाद केन्द्रीय नेतृत्व इसपर फैसला करेगा. 2020 विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत के बाद तारकिशोर प्रसाद को पार्टी ने उप मुख्यमंत्री बनाया, साथ ही विधानसभा में पार्टी नेता का जिम्मा भी मिला, वहीं विधान परिषद में नवल किशोर यादव उप नेता बनाए गए थे. विधान सभा और विधान परिषद में दोनों सदनों में बीजेपी की ओर से नेता प्रतिपक्ष कौन होगा, भाजपा को फिलहाल इस चुनौती से पार पाना होगा. नेता विपक्ष का जिम्मा तारकिशोर प्रसाद ही संभालेंगे या किसी और को यह दायित्व मिलेगा. माना जा रहा है कि इस बैठक में फैसला हो जाएगा.
बता दें कि वर्ष 2013 में जब जदयू ने भाजपा से किनारा किया था तब तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भाजपा विधानमंडल दल तथा विप में नेता का दायित्व संभाला था. वहीं विधानसभा में वरिष्ठ विधायक नंदकिशोर यादव ने बतौर नेता विपक्ष मोर्चा संभाला था. वहीं 2015 के चुनाव के बाद एकबार फिर जब भाजपा विपक्ष में रही तो सुशील मोदी का जिम्मा पूर्ववत रह गया जबकि नंदकिशोर यादव की जगह डॉ. प्रेम कुमार विस में नेता विपक्ष बने. तारकिशोर प्रसाद विधानसभा में भाजपा के नेता हैं, लेकिन कई और नाम इस पद की होड़ में चल रहे हैं. नंदकिशोर यादव, प्रेम कुमार व अमरेन्द्र प्रताप सिंह से लेकर नितिन नवीन व विजय सिन्हा तक का नाम चल रहा है.
बतातें चलें कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार का कैबिनेट विस्तार हो गया है. मंगलवार को पटना स्थित राजभवन में नीतीश कैबिनेट के 31 नए मंत्रियों ने शपथ ली. जिसमें सबसे अधिक 16 मंत्री आरजेडी से हैं जबकि जेडीयू कोटे से 11, कांग्रेस से दो और एक निर्दलीय तथा हम पार्टी से एक विधायक शामिल हैं. नीतीश मंत्रिमंडल में यादव-मुस्लिम का दबदबा है. नीतीश सरकार को अगर जाति के आधार पर देखा जाए तो सबसे अधिक 8 संख्या यादवों की है. राजद ने 7 जबकि जदयू ने 1 यादव को मंत्री बनाया है. इसके बाद दूसरे स्थान पर मुस्लिम आबादी है. इस समुदाय से 5 लोग नीतीश सरकार में मंत्री बने हैं.
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