पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़
बिहार राज किसान मजदूर संघ ने स्थानिय थाना चौक पर अपनी मांगों को लेकर एकदिवसीय धरना दिया। धरना की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष शक्तिनाथ यादव ने किया। इस मौके पर संघ के संस्थापक अनिरुद्ध मेहता ने कहा कि किसान देश का पालनहार है। खेती में महंगाई के कारण लागत बढ़ जाने के बाद फसल का उचित कीमत नहीं मिलने के कारण किसान दिनोंदिन घाटे का सामना कर रहा है। वही उद्योगपतियों की आमदनी दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ने के बाद भी उनका अरबों रुपए का कर्ज हमारी सरकार माफ कर देती है। वर्तमान केंद्र सरकार में आने से पहले न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने, किसानों की आमदनी दुगुना करने, अच्छे दिन आने का वादा करने वाली मोदी सरकार सभी वादे को बुलाकर आज देश को महंगाई और बेरोजगारी के गर्त में धकेल रही है। उन्होंने कहा कि मनरेगा जैसे लोकलुभावन योजना आज संबंधित पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के लिए काला धन कमाने का जरिया बन गया है
वहीं किसान नेताओं ने आक्रोश भरे लहजे से कहा कि जिला पदाधिकारी पूर्णिया आम अवाम के साथ-साथ किसानों के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं। किसी काम के प्रति जवाबदेही नहीं निभा रहे हैं।इस बाबत प्रमंडलीय आयुक्त को अपने 10 सूत्री मांग से संबंधित आवेदन सौंपा जिसमें किसान का कर्जा माफ करने, जनप्रतिनिधियों का वेतन साफ करने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने, धान गेहूं और मक्का का समर्थन मूल्य ₹2500 प्रति क्विंटल करने, मनरेगा योजना को कृषि के साथ
जोड़ने रसायनिक उर्वरक का रबी फसल के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने एवं कालाबाज रोकने, राजस्व विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करने, जिला पदाधिकारी का स्थानांतरण करने, किसानों को केसीसी ऋण अविलंब उपलब्ध कराने की मांग आदि शामिल थे।इस मौके पर महेश्वरी मेहता रामचंद्र प्रसाद यादव, राजकुमार दिलीप मेहता, सुरेश गुप्ता, दिनेश शर्मा, प्रदीप कुमार यादव, गोपाल प्रसाद यादव,रवि कुमार इत्यादि शामिल थे।