डेस्क : करीब 103 मीटर ऊंचे गगनचुंबी इमारत Twin Tower को गिरे हुए अब एक हफ्ता हो गया है। इस विध्वंश से करीब हजारों टन मलबा निकला है और वहीं जमा है। पर यह मलबा बेकार नहीं जाएगा। इसे हटाने और इसे रिसाइकल करने का काम वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी रि-सस्टेनेबिलिटी (Re Sustainability) करेगी। मालूम हो ये Twin Tower के मलबे को ये कंपनी इस्तेमाल इको फ्रेंडली तरीके से नये मकान, पब्लिक पार्क और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े अन्य कामों में करेगी।
पर्यावरण सेवाएं एवं अवसंरचना समाधान देने वाली कंपनी रि-सस्टेनेबिलिटी ने Twin Tower के बारे में बताया कि “सुपरटेक के ध्वस्त किये गए ट्विन टावरों के कचरे में से 30,000 टन कचरे का पुनर्चक्रण (रि-साइकिल) वह अगले सप्ताह से शुरू कर सकती है। सुपरटेक के ट्विन टावरों के विध्वंस से उत्पन्न कचरे को अगले तीन महीनों में रि-साइकिल करने के लिए नोएडा प्राधिकरण से ठेका मिला है। कचरे को निर्माण सामग्री में बदला जाएगा।”
टावर गिरने से कुल 80,000 टन का मलबा निकला है। 28 अगस्त को 103 मीटर ऊंचे Twin Tower को ध्वस्त किया गया था। इन्हें ध्वस्त करने में 3,700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों का इस्तेमाल को टॉवर के विभिन्न जगहों पर लगाया गया था। साथ ही उन्हें ध्वस्त करने में करीब 20 करोड़ रुपए भी खर्च हुए थे। रि-सस्टेनेबिलिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मसूद मलिक ने मीडिया को बताया था कि, “हमें 30,000 टन कचरे को रेत, एग्रीगेटर और टाइल जैसी निर्माण सामग्री में बदलने का काम मिला है। कंपनी अगले सप्ताह से पुनर्चक्रण का काम शुरू कर सकती है और इस प्रक्रिया को पूरा करने में तीन महीने का समय लगेगा।