बेगूसराय जिले में एक बार फिर से स्वास्थ्य व्यवस्था का पर्दाफाश हुआ। आपको बता दें कि नावकोठी प्रखंड अंतर्गत स्थानीय पीएचसी के सामने ही गर्भवती महिलाओं के ऑपरेशन का अवैध धंधा चल रहा है। यह धंधा आंख के क्लिनिक के नाम पर चल रहा था ।
इस जगह यह धंधा चल रहा था वहा पर क्लीनिक के ऊपर सुपर आई केयर का बोर्ड लगा हुआ था । लेकिन जब क्लिनिक के अंदर प्रवेश किया गया तो वहा का नजारा ही कुछ और था, आई केयर में आंख जांच के कोई मशीन के बदले अल्ट्रासाउंड मशीन मिली ।
जिससे गर्भवती महिलाओं की जांच की जा रही है। आंख से संबंधित वहां कोई काम नहीं हो रहा है। और न कोई बड़ा या छोटा मशीन ही है। जिला पदाधिकारी बेगूसराय के निर्देश के अनुसार और बखरी अनुमंडल पदाधिकारी के आदेश से संयुक्त जांच टीम का गठन किया गया।
इसमें नावकोठी बीडीओ चिरंजीव पांडे,नावकोठी पीएससी चिकित्सक डा श्रीमती रीमा राज, थाना के एएसआई सुरेंद्र टुड्डू को जांच टीम का सदस्य बनाया गया। जांच टीम के द्वारा नावकोठी पीएचसी के सामने चल रहे सुपर आई केयर क्लीनिक में जांच पड़ताल की गई। इसमें आंख से संबंधित एक भी इंस्ट्रूमेंट नहीं पाया गया।
गर्भवती महिलाओं के ऑपरेशन आदि का जांच करने वाला अल्ट्रासाउंड मशीन, फोटोस्टेट प्रिंटर आदि पाए गए। यह अवैध धंधा उपस्वास्थ्य केंद्र देवपुरा में कार्यरत आयुष चिकित्सक डा प्रेम चंद कुमार के द्वारा किया जा रहा था। वे 2009 से नावकोठी पीएचसी और एपीएचसी देवपुरा में कार्यरत हुए हैं। उनके खिलाफ थाना में आवेदन जांच टीम के द्वारा दिया गया है।