डेस्क : जैकलिन फर्नांडीस इन दिनों मनी लॉन्ड्री को लेकर काफी चर्चा में है। अभिनेत्री की मुश्किलें दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। जैकलिन फर्नांडीस पर 200 करोड़ के मनी लॉन्ड्री का आरोप है। इस मामले में सुकेश चंद्रशेखर के सह आरोपी जैकलिन फर्नांडीस है। जैकलीन की नियमित जमानत पर दायर ईडी के विरोध पत्र में बड़ा खुलासा हुआ है। इस पत्र से पता चला है कि जैकलीन ने जांच के दौरान सबूतों से छेड़छाड़ की थी और मोबाइल से डेटा डिलीट कर दिया था।
उसने जांच के दौरान ही देश से भागने की भी कोशिश की थी। लेकिन, एलओसी जारी होने के कारण यह सफल नहीं हो पाई। ईडी का कहना है कि जैकलिन फर्नांडीस ने जांच के दौरान कभी भी एडी का सहयोग नहीं किया। इसके अलावा अभिनेत्री पर सबूत के साथ छेड़छाड़ करने के भी आरोप हैं। पूछताछ के दौरान जैकलिन का बर्ताव सही नहीं बताया गया। ऐसे में सबूतों और गवाहों को जैकलिन नुकसान कर सकती है। इन्ही दलीलों के साथ ईडी ने पटियाला कोर्ट में अपना जवाब दाखिल किया और जैकलीन को जमानत दिए जाने का विरोध किया है।
इस मामले की अगली सुनवाई 10 नवंबर को होगी। कोर्ट ने तब तक जैकलीन को मिली अंतरिम जमानत को बरकरार रखा. जैकलीन सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े 200 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की चल रही जांच में सह-आरोपी हैं। उनकी नियमित जमानत याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई चल रही है. इससे पहले वह 26 सितंबर को कोर्ट में पेश हुई थी।