पूर्णिया:-बमबम यादव
रुपौली प्रखंड में माँ काली पूजा को लेकर शनिवार को एक कोर कमेटी की बैठक हुई। बैठक में माँ काली पूजा को लेकर कोर कमेटी गठित की गई। तैयारी कोर कमेटी को शांतिपूर्ण ढंग से पूजा संपन्न कराने के साथ ही मां काली मंदिर के आस-पास साफ सफाई से लेकर पेयजल व अन्य बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था करने का दायित्व सौंपा गया। मां काली की पूजा आगामी 24 अक्टूबर को आहूत हैं। पूजा के दौरान प्रखंड क्षेत्र के नागरिकों का काफी जमावड़ा काली स्थान परिसर में होता है। जिसमें खासतौर पर महिलाओं व बच्चों की संख्या काफी होती हैं
वही मां काली मंदिर की विशेषताएं के बारे में पूर्व प्रमुख खुशेन्द्र कुमार निराला बताते हैं कि माँ काली मंदिर की स्थापना 1938 ईस्वी में हुई थी।मंदिर का इतिहास 84 साल पुराना हैं।उन्होंने कहा कि आजादी के पहले दरोगा ने अपने संतान की प्राप्ति के लिए मां काली से मन्नतें मांगे थे, जो कि उनकी मनोकामना पूर्ण हुए।वही विशाल देव यादव ने बताया कि मां काली मंदिर श्रद्धालुओं की अटूट आस्था का केंद्र बना हुआ है, इस मंदिर में भक्तों की मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती हैं।उन्होंने कहा कि काली मंदिर परिसर में भव्य मेला का आयोजन किया जाता हैं
मेला देखने भारी भीड़ उमड़ती हैं।आसपास के क्षेत्र से ही नहीं बल्कि दूर-दराज से श्रद्धालु आते हैं। काली मंदिर के अलावे यहां पर अनेको देवी देवताओं की मूर्ति स्थापित की गई हैं। बैठक में मेला मंत्री पप्पू कुमार यादव,कोषाध्यक्ष अजय कुमार यादव,उपाध्यक्ष बासकी गुप्ता,मेला कोर कमेटी खुशेन्द्र कुमार निराला,विशाल देव यादव,तेजस्वी, तरुण,छोटू,करण, लालू यादव,एवं अन्य कोर कमेटी के सदस्य मौजूद थे।