मुंगेर में सरकारी तौर पे अभी तीन डेंगू मरीजों की पुष्टि की गई है । जिनका एलाइजा जांच रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई । पर कई निजी क्लिनिको में कम प्लेटलेट वाले डेंगू के संभावित मरीज अभी की इलाजरत है ।
संभावित डेंगू मरीजों का प्लेटलेट्स अचानक कम हो जाने के कारण सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में ऐसे मरीजों को प्लेटलेट्स की डिमांड काफी बढ़ गई है। जिस कारण ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स के लिए आपाधापी मची है।
पिछले तीन दिनों में कम प्लैटीलेट्स वाले 17 लोगों को ब्लड बैंक से 17 यूनिट प्लेटलेट्स उपलब्ध कराया जा चुका है। बता दें कि डेंगू बीमारी का सबसे बड़ा लक्षण शरीर में प्लेटलेट्स का लगातार कम होना है। और इसमें सबसे अहम भूमिका निभाता है मुंगेर सदर अस्पताल परिसर में स्थित ब्लड कंपोनेंट सेप्रेटर यूनिट (ब्लड बैंक) जो को ब्लड से प्लेटलेट को अगल कर मरीजों को उपलब्ध करा उसकी जान बचाता है।
ब्लड बैंक द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार डेंगू ने पूरी तरह मुंगेर में अपना दस्तक दे चुकी है । हालांकि सरकारी आंकड़े अभी काफी कम है । यही वजह है की ब्लड बैंक सिर्फ मुंगेर ही नहीं बल्कि जिले के आए पास के जिलों के लिए भी एक वरदान की तरह साबित हो रहा है। 24*7 की तर्ज पे कार्यरत रेड क्रॉस के मार्गदर्शन में कार्यरत ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉक्टर फैज बताते है की। ।
डेंगू के पुष्टि होने के बाद मुंगेर ब्लड बैंक के द्वारा लगातार विभिन्न ग्रुपों का प्लेटलेट बनाया जा रहा है। होल ब्लड से ज्यादा प्लेटलेट अभी बना के रखा जा सकता है क्योंकि की प्लेटलेट की आयु मात्र पांच दिन ही होती है । अभी ब्लड बैंक के पास 12 यूनिट प्लेटलेट , 33 यूनिट पैक्ट RBC , 38 यूनिट होल ब्लड है । जिससे अभी डेंगू सहित अन्य मरीजों को ब्लड उपलब्ध कराया जा रहा । साथ ही कहा की अगर डेंगू के केस बढ़ते है तो मुंगेर ब्लड बैंक इससे निपटने और मरीजों को प्लेटलेट उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह तैयार है ।